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गीता है जीवन का सार, गीता की महिमा अपरंपार: सीएम

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12:43 PM Nov 29, 2017 IST | Desk Team

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करनाल: सीएम मनोहर लाल ने गीता की महिमा का व्याख्यान करते हुए कहा कि गीता सम्पूर्ण जीवन का सार है, इसकी महिमा अपरमपार है। गीता का अध्ययन करने से व्यक्ति कभी विचलित नहीं हो सकता। गीता अजर है- अमर है, भगवान श्री कृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन के माध्यम से समस्त मानव जाति की भलाई के लिए आज से 51 सौ वर्ष पूर्व गीता का जो संदेश दिया था, वो आज भी प्रासंगिक है। मुख्यमंत्री रविवार को सेक्टर-12 करनाल हुडा ग्राउंड में आयोजित विराट गीता प्रेरणा महोत्सव में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 1990 से गीता मनीषी स्वामी ज्ञानांनद जी महाराज की देखरेख में कुरूक्षेत्र में गीता जयंती को जिला स्तर पर ही मनाया जाता था, परन्तु पिछले तीन वर्षो से संत महात्माओं के सहयोग व उनके मार्गदर्शन में गीता जयंती कुरूक्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाई जा रही है।

इतना ही नहीं हरियाणा सरकार द्वारा गीता जयंती 28 से 30 नवम्बर तक प्रदेश के प्रत्येक जिले में मनाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संत सतपाल सिंह जी महाराज ने इच्छा जाहिर की है कि अमेरिका में भी अगले वर्ष गीता जयंती मनाई जाएगी। इसके लिए हरियाणा सरकार तैयार है। हरियाणा सरकार का उद्देश्य है कि गीता जयंती को विश्वव्यापी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि गीता के केवल आधे शोक ने जीवन को कर्म करने की शिक्षा देकर, उनके जीवन को बदल दिया, यदि 700 शोकों का अध्ययन किया जाए तो जीवन में कितना बड़ा बदलाव होगा। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने कहा कि ज्ञान, विज्ञान, जिज्ञासा ही गीता है, जीवन की हर समस्या का समाधान ही गीता है, इसलिए सरकार ने गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा के दो संतों स्वामी रामदेव और स्वामी ज्ञानांनद ने भगवे को पूरे विश्व में विख्यात कर दिया है। हरियाणा की मिट्टी को इन दोनों संतों पर गर्व है। स्वामी ज्ञानांनद महाराज ने विराट गीता प्रेरणा महोत्सव पर आये सभी संतों, राजनेताओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों का स्वागत किया और कहा कि आज गीता जी के इस पावन पवित्र कार्यक्रम में पहुंचकर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि गीता समस्त समाज के लिए है। गीता मंदिर तक सीमित ना रहकर घर-घर का सिंगार बने। इस विराट महोत्सव में वाल्मीकि समाज की सैंकड़ों महिलाओं ने गीता जी को सिर पर रखकर दो कि.मी. तक की पैदल यात्रा करके समरसता की भावनाओं को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि जीयो गीता संस्था नहीं बल्कि स्वाभिमान की एक भावना है। गीता न्यायालयों में ,कार्यालयों में, चिकित्सालयों में, जेल में, सचिवालयों में पहुंचे, इसके लिए जियो गीता भरसक प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि नेत्रहीन विद्यालयों में नियमित रूप से गीता का पाठ किया जा रहा है और आने वाले समय में जीयो गीता के माध्यम से पूरे देश के नेत्रहीन विद्यालयों गीता का पाठ करवाया जाएगा। उन्होंने गीता व गाय पर राजनीति करने वाले लोगों को नसीयत देते हुए कहा कि ना गाय राजनीति है और ना गीता। इस मौके पर विधायक घरौंडा हरविन्द्र कल्याण,विधायक नीलोखेड़ी भगवानदास कबीर पंथी, विधायक असंध बख्शीश सिंह विर्क , मेयर रेनू बाला गुप्ता, ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री शशिपाल मेहता, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, केडीबी के सचिव अशोक सुखीजा, जिला महामंत्री योगेन्द्र राणा, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र,जीयो गीता परिवार से श्याम बत्तरा, पंकज भारती, समाज सेवी बृज गुप्ता , कपिल अत्रेजा,एसीएस डा. के.के खंडेलवाल, उपायुक्त डा. आदित्य दहिया, एसपी जे.एस रंधावा सहित जीयो गीता परिवार व श्री कृष्ण कृपा परिवार के अनुयायी उपस्थित थे।

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