सरकार ने साढ़े आठ महीने में वसूला 16 लाख करोड़ का टैक्स
एडवांस टैक्स में 16.8% की उछाल, 17 दिसंबर तक 15.82 लाख करोड़ वसूले
अर्थव्यवस्था पर मंदी, सुस्ती और पस्ती के बादल छंट गए हैं। एडवांस टैक्स में पिछले साल की तुलना में 16.8 फीसदी की उछाल है। सरकार ने महज साढ़े 8 महीने में ही बंपर इनकम टैक्स की वसूली कर डाली। खास बात ये रही कि डायरेक्ट टैक्स की वसूली में कॉरपोरेट जगत यानी कंपनियों और उद्यमियों से ज्यादा हिस्सा आम आदमी का रहा है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अब तक यानी 17 दिसंबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह सालाना आधार पर 16.45 प्रतिशत बढ़कर 15.82 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
16 लाख करोड़ का टैक्स कलेक्शन
आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में अप्रैल से 17 दिसंबर तक प्रत्यक्ष कर का कुल संग्रह 15.82 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 16.5 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा, इस दौरान अग्रिम कर संग्रह में भी वार्षिक आधार पर 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह 7.56 लाख करोड़ रुपये हो गया।
किसने कितना भरा टैक्स
कुल कर संग्रह में 7.42 लाख करोड़ रुपये से अधिक का हिस्सा कॉरपोरेट जगत का और 7.97 लाख करोड़ रुपये का हिस्सा गैर-कॉरपोरेट यानी व्यक्तिगत करदाताओं का रहा है। इस दौरान सरकार ने सिक्योरिटीज में लेनदेन करने वालों से भी 40,114 करोड़ रुपये की वसूली की है। प्रत्यक्ष कर संग्रह में कॉरपोरेट टैक्स, व्यक्तिगत आयकर और एसटीटी शामिल होते हैं।
3.39 लाख करोड़ के रिफंड
सरकार की कुल टैक्स वसूली के बाद रिफंड भी बड़े पैमाने पर जारी किए गए। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से 17 दिसंबर तक सरकार ने 3.39 लाख करोड़ रुपये के टैक्स रिफंड जारी किए हैं, जो सालाना आधार पर 42.49 प्रतिशत अधिक है। कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.21 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के संग्रह की तुलना में 20.32 प्रतिशत अधिक है।