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सरकार अपने लोगों की रक्षा करने में विफल रही , इस सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए - कांग्रेस

मिजोरम के साथ राज्य की सीमा पर एक खूनी संघर्ष में असम के पांच पुलिसकर्मियों और एक नागरिक के मारे जाने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया किया

11:21 PM Jul 27, 2021 IST | Shera Rajput

मिजोरम के साथ राज्य की सीमा पर एक खूनी संघर्ष में असम के पांच पुलिसकर्मियों और एक नागरिक के मारे जाने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया किया

मिजोरम के साथ राज्य की सीमा पर एक खूनी संघर्ष में असम के पांच पुलिसकर्मियों और एक नागरिक के मारे जाने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया किया कि हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ‘‘अपने लोगों की रक्षा करने में विफल’’ रही है और इस सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
पार्टी की राज्य इकाई के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्षों कमलाख्या डे पुरकायस्थ और जाकिर हुसैन सिकदर के साथ पूर्व मंत्री सिद्दीकी अहमद ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सीमा की घटना ने साबित कर दिया है कि भाजपा सरकार राज्य के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में असमर्थ है।
पुरकायस्थ ने कहा, ‘‘सरमा, एक तरफ अपने नागालैंड समकक्ष के साथ मिठाई खा रहे हैं और चाय पी रहे हैं, और दूसरी तरफ उन्हें मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा के साथ सौहार्दपूर्ण ढंग से बात करते हुए देखा जा सकता है और असम भूमि पर अतिक्रमण जारी है।’’
पुलिसकर्मियों और नागरिकों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए, तीनों नेताओं ने कहा, ‘‘जो सरकार अपने लोगों की रक्षा नहीं कर सकती, उसे इस्तीफा दे देना चाहिए।’’
पुरकायस्थ ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वार्ता करने के दो दिन बाद असम में पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया। उन्होंने दावा किया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में केंद्र और राज्य सरकार दोनों विफल रही हैं।
सिकदर ने कहा, ‘‘असम पुलिस किसी से भी मुकाबला करने में सक्षम है, हमें उन पर भरोसा है। सोमवार की घटना के लिए भाजपा सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।’’
इस बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव और असम के प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने कहा कि एआईसीसी ने स्थिति का आकलन करने के लिए कछार जिले और आसपास के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करने के लिए नव नियुक्त राज्य इकाई के अध्यक्ष भूपेन बोरा के नेतृत्व में सात सदस्यीय समिति का गठन किया है।
उन्होंने कहा कि समिति द्वारा बुधवार को सीमा क्षेत्र का दौरा करने के बाद इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को सौंपी जाएगी। समिति के अन्य सदस्यों में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता देवव्रत सैकिया, लोकसभा सांसद प्रद्युत बोरदोलोई, लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई और अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की सुष्मिता देव शामिल हैं।
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