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कांग्रेस का इतिहास सिर्फ जबर-जुल्म का रहा है - सुखबीर

कांग्रेस ने जिला परिषद व ब्लाक पंचायत समिति चुनावों में योजनाबद्ध ढ़ंग से बूथ केप्चरिंग की है, इतनी धक्केशाही आज तक किसी चुनाव में ना देखने को

07:09 PM Oct 05, 2018 IST | Desk Team

कांग्रेस ने जिला परिषद व ब्लाक पंचायत समिति चुनावों में योजनाबद्ध ढ़ंग से बूथ केप्चरिंग की है, इतनी धक्केशाही आज तक किसी चुनाव में ना देखने को

लुधियाना-बरनाला : कांग्रेस ने जिला परिषद व ब्लाक पंचायत समिति चुनावों में योजनाबद्ध ढ़ंग से बूथ केप्चरिंग की है, इतनी धक्केशाही आज तक किसी चुनाव में ना देखने को मिली है और ना ही सुनने को। आगे चुनावों में इससे गंभीर हालात पैदा होने से इनकार नहीं किया जा सकता। मैं कैप्टन से पूछना चाहता हूं कि चुनाव करवाने की जरूरत ही क्या थी। यह बात शिरोमणी अकाली दल (बादल) के प्रधान व पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने कही है। वह वीरवार को लुधियाना मार्ग पर स्थित कैसल पैलेस में जबर जुल्म के विरोध में आयोजित की गई अकाली दल की संगठनात्मक बैठक एवं 7 अक्तूबर को पटियाला में आयोजित होने वाली रैली के लिए लोगों को इकजुट करने पहुंचे थे।

इस बैठक में मंच पर पूर्व खजाना मंत्री परमिंदर सिंह ढ़ींडसा, सुरिंदर पाल सिंह सीबीया, जिला प्रधान कुलवंत सिंह कीतू, पूर्व सीपीएस बलवीर सिंह घुन्नस, पूर्व विधायक गगनजीत सिंह बरनाला, संत टेक सिंह धनौला, स्त्री अकाली दल की नेत्री जसविंदर कौर शेरगिल भी शामिल थे।

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सुखबीर ने कहा यदि कैप्टन कहते हैं कि उनके साथ पूरे पंजाब की जनता है तो वह अकाली दल से डर क्यूं रहे हैं। जब जब कांग्रेस की सरकार आयी है तो कहते हैं कि सरकार का खजाना खाली है। अकाली दल ने पंजाब में फोर लेन सडक़े बिछा दी, लंबा चौड़ा विकास किया, बिजली निर्विघन की, ग्रांटों की बाढ़ लगा दी, पेंशनें व अन्य दर्जनों योजनाएं चलाई उस वक्त खजाना खाली नहीं था तो अब कैसे हो गया। मैं कहता हूं कि खजाना खाली नहीं कैप्टन का दिमाग खाली है।

प्रेसवार्ता में मुखातिब होते हुए सुखबीर ने कहा कि केन्द्र ने फसलों की कीमतों में वृद्धि कर किसानों को भारी राहत पहुंचाई है। किसी भी प्रांत में तेल समेत किसी भी चीज की कीमतों में कमी लाने का पूरा अधिकार सरकार को होता है। कैप्टन चाहे तो तेल की कीमतों में कमी ला सकते थे लेकिन उन्होंने केंद्र को कोसने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। बल्कि सरकारी मुलाजिमों के वेतन में भी कटौती कर दी है। शिअद की सरकार आने पर बताएंगे कि सरकारों की क्या जिम्मेदारियां होती हैं।

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