टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

Pak आर्मी संग दिखा पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड, भारत विरोधी रैलियों में उगला जहर

भारत विरोधी रैलियों में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर सक्रिय

09:45 AM May 30, 2025 IST | Neha Singh

भारत विरोधी रैलियों में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर सक्रिय

पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में भारत विरोधी रैलियों में लश्कर-ए-तैयबा का वांछित कमांडर सैफुल्लाह कसूरी शामिल हुआ। पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड कसूरी ने मंच से भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए। इन रैलियों को पाक सेना का समर्थन मिला है, जिसमें हाफिज सईद और उसके बेटे तल्हा सईद भी मौजूद थे।

Advertisement

पाकिस्तान अब लाहौर और कराची समेत 50 शहरों में भारत विरोधी रैलियां आयोजित कर रहा है। इन रैलियों में पाक सेना को आतंकियों का पूरा समर्थन मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का वांछित कमांडर सैफुल्लाह कसूरी भी पाकिस्तान में खुलकर सामने आ गया है। हाल ही में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आयोजित एक राजनीतिक रैली में कसूरी ने मंच से भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए और भारत के खिलाफ जहर उगला। मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद भी इन रैलियों में शामिल हुआ। पाकिस्तान में ये रैलियां पंजाब और सिंध सरकार के संरक्षण में आयोजित की गई थीं।

सैफुल्लाह ने भी उगला जहर

लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर सैफुल्लाह कसूरी भी भारत विरोधी रैलियों में शामिल हुआ। कसूरी पहलगाम आतंकी हमले का भी मास्टरमाइंड है। उसने रैली में कहा, “मुझे पहलगाम हमले का दोषी ठहराया जा रहा है, अब मेरा नाम पूरी दुनिया में मशहूर हो गया है।” कसूरी लंबे समय से भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। वह लश्कर के अहम सदस्यों में से एक है। हाल ही में हुई रैली में हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद भी शामिल हुआ था।

रैली में हाफिज सईद का बेटा भी मौजूद

इस रैली में लश्कर प्रमुख हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद भी मौजूद था, जो भारत की मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में 32वें नंबर पर है। तल्हा ने मंच से भड़काऊ भाषण भी दिए और नारा-ए-तकबीर जैसे नारे भी लगाए। गौरतलब है कि तल्हा ने 2024 का आम चुनाव लाहौर की एनए-122 सीट से लड़ा था, हालांकि उसे हार का सामना करना पड़ा था। वह पीएमएमएल से जुड़ा है, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का राजनीतिक चेहरा माना जाता है।

पीएमएमएल पिछले कुछ समय से भारत के खिलाफ अभियान चला रहा है। इस संगठन ने लाहौर, कराची, इस्लामाबाद और फैसलाबाद जैसे शहरों में प्रदर्शन किए हैं और लगातार सिंधु जल संधि को रद्द करने की धमकी दे रहा है, हाफिज सईद की रिहाई की मांग कर रहा है और भारत के खिलाफ नारे लगा रहा है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण लश्कर जैसे आतंकी संगठन अब दुष्प्रचार और भर्ती गतिविधियों को अंजाम देने के लिए राजनीतिक मंचों का सहारा ले रहे हैं।

फिर सामने आया पाकिस्तान का नापाक चेहरा, आतंकियों से गले मिलते हुए नजर आए पाक PM

Advertisement
Next Article