चारधाम यात्रा में बढ़ रहा श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा, अब तक 32 लोगों की गई जान, जानें क्या है वजह
चारधाम यात्रा में 32 श्रद्धालुओं की मौत, जानें कारण
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। अब तक 32 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा 15 मौतें हुई हैं। कठिन यात्रा और कम तापमान के कारण यहां जानलेवा घटनाएं ज्यादा हो रही हैं।
Uttarakhand News: उत्तराखंड में हर साल कि तरह इस साल भी चारधाम यात्रा जारी है. हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु तीर्थ स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं. लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ ही यात्रा के दौरान मौतों का आंकड़ा भी चिंताजनक रूप से बढ़ रहा है. 30 अप्रैल से शुरू हुई यात्रा में अब तक 32 तीर्थयात्रियों की जान जा चुकी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केदारनाथ धाम में अब तक सबसे ज़्यादा 15 लोगों की मौत हो चुकी है. बुधवार को बेंगलुरु निवासी 59 वर्षीय व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. केदारनाथ धाम की यात्रा कठिन मानी जाती है, जहां श्रद्धालुओं को 16 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़नी होती है और तापमान भी काफी कम रहता है. यही वजह है कि यहां ज्यादा जानलेवा घटनाएं सामने आ रही हैं.
यमुनोत्री और गंगोत्री में भी बढ़ रही हैं मौतें
केदारनाथ के बाद यमुनोत्री और गंगोत्री में कुल 13 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि बद्रीनाथ धाम में 4 श्रद्धालुओं की जान गई है. इनमें से कुछ मौतें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण हुई हैं, जबकि 6 श्रद्धालुओं की जान हेलिकॉप्टर दुर्घटना में गई थी.
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बनी मुख्य वजह
हर वर्ष उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग चारधाम यात्रा से पहले एक हेल्थ एडवाइजरी जारी करता है, जिसमें तीर्थयात्रियों को विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है. ऊंचाई, ठंडा मौसम और शारीरिक थकावट जैसे कारण श्रद्धालुओं की जान के लिए खतरा बन सकते हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, इस बार भी यात्रा शुरू होने के बाद से मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
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बद्रीनाथ में तीर्थयात्रियों का रिकॉर्ड तोड़ पहुंच
मौसम की अनिश्चितता के बावजूद बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है. पिछले 19 दिनों में यहाँ 3 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुँच चुके हैं, जो अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है. आने वाले दिनों में इस संख्या के और बढ़ने की पूरी संभावना है.