'राजस्थान से पकड़ा गया असली मुन्ना भईया...', फर्जी तरीके से पास किया था NEET 2020 एग्जाम
राजस्थान में युवक ने फर्जी तरीके से पास किया नीट एग्जाम
इस फर्जीवाड़े का खुलासा खुद सचिन के एक रिश्तेदार द्वारा किया गया. लगभग 15 दिन पहले जयपुर के चौमूं थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसमें बताया गया था कि नीट परीक्षा में अजीत ने सचिन की जगह परीक्षा दी थी.
Rajasthan: राजस्थान के जयपुर से नीट 2020 परीक्षा को फर्जी तरीके से पास करने का मामला सामने आया है. फर्जीवाड़ा करने वाले युवक की पहचान सचिन गोरा के रूप में हुई है. युवक पर आरोप है कि उसने अपने ही चचेरे भाई अजीत गोरा को परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बनाकर बैठाया और परीक्षा पास कर खुद एम्स जोधपुर में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला ले लिया. यह खुलासा तब हुआ जब एक रिश्तेदार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
मीडिया रिपोर्ट अनुसार, सचिन गोरा ने नीट परीक्षा के लिए आवेदन तो खुद के नाम से किया, लेकिन परीक्षा में अपनी जगह अजीत को बैठा दिया. आवेदन पत्र में अजीत की फोटो लगाकर उसे परीक्षा दिलाई गई. परीक्षा परिणाम में सचिन के नाम पर 667 अंक आए और उसे एम्स जोधपुर में सीट मिल गई.
एम्स हॉस्टल में मचा हड़कंप
इस दौरान 4 जून की रात जयपुर पुलिस की एक टीम ने जोधपुर पुलिस के सहयोग से एम्स के हॉस्टल नंबर 6 पर दबिश दी, जहां से सचिन को हिरासत में लिया गया. कार्रवाई के दौरान एम्स के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शास्त्री नगर और भगत की कोठी थाने से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ा. एम्स के प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और पुलिस से बातचीत के बाद स्थिति शांत हुई.
रिश्तेदार की शिकायत से खुला राज
इस फर्जीवाड़े का खुलासा खुद सचिन के एक रिश्तेदार द्वारा किया गया. लगभग 15 दिन पहले जयपुर के चौमूं थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसमें बताया गया था कि नीट परीक्षा में अजीत ने सचिन की जगह परीक्षा दी थी. पुलिस जांच में जब दोनों भाइयों के दस्तावेजों, फोटो और स्कोरकार्ड की जांच की गई, तो गड़बड़ी स्पष्ट हो गई.
इन धाराओं में दर्ज हुए केस
इस मामले में जयपुर पुलिस ने केस संख्या 118/25 के तहत विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इसमें धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश की धाराएं शामिल हैं. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इस पूरे मामले के पीछे कोई बड़ा सॉल्वर गैंग या रैकेट तो सक्रिय नहीं है.
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आरोपी की जयपुर में होगी जांच
बासनी थाना प्रभारी नितिन दवे ने जानकारी दी कि जयपुर के चौमूं एसीपी अशोक चौहान ने जोधपुर पुलिस को पत्र भेजकर आरोपी को सौंपने की मांग की थी. इसके बाद कार्रवाई करते हुए सचिन को हिरासत में लिया गया और जयपुर पुलिस को सौंप दिया गया. अब उससे आगे की पूछताछ और कार्रवाई जयपुर में की जा रही है.