आरोपी के पिता का बयान- मैं बाप बाद में हूं, पहले देश का नागरिक हूं, मेरा बेटा दोषी है तो सजा मिले
कोलकाता : साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार मामले में एक अहम मोड़ आया है, जब मुख्य आरोपी के पिता ने सार्वजनिक बयान देते हुए कहा कि अगर उनका बेटा दोषी पाया जाता है, तो उसे कानून के मुताबिक कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए। इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, क्योंकि आरोपी युवक को तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है और उसके पिता भी पार्टी से जुड़े हुए हैं।
"कानून से ऊपर कोई नहीं – चाहे मेरा बेटा ही क्यों न हो"
मीडिया से बातचीत में आरोपी के पिता ने कहा, "मैं भारत का नागरिक पहले हूं, पिता बाद में हूं। अगर मेरा बेटा दोषी है, तो उसे कानून के तहत सजा मिलनी चाहिए। मैं न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा रखता हूं।" उन्होंने यह भी बताया कि उनके बेटे से पिछले 5-6 सालों से कोई संपर्क नहीं है। उन्होंने कहा, "मैंने अपनी जिम्मेदारी निभाई। उसे पढ़ाया, बढ़ाया, लेकिन अब वह चालीस की उम्र पार कर चुका है। अगर वह किसी अपराध में फंसता है, तो उसमें मेरी कोई भूमिका नहीं हो सकती।"
कॉलेज में गुटबाजी और आंतरिक संघर्षों का दावा
आरोपी के पिता ने साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में व्याप्त गुटबाजी पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जब उनका बेटा कॉलेज में पढ़ता था, तो वहां आपसी राजनीति और गुटों के बीच टकराव आम बात थी। उन्होंने कहा, "मैं कॉलेज सिर्फ एक बार गया था। उसके एडमिशन के समय बाद में वह वहीं से पढ़ाई कर कोर्ट में प्रैक्टिस करने लगा।" उनके अनुसार, कॉलेज में होने वाले कार्यक्रमों में उनके बेटे को आमंत्रित किया जाता था, लेकिन "हर कोई खुद को वकील समझता है। वहां एक अजीब माहौल था।"
आर्थिक स्थिति पर भी किया खुलासा
आरोपी के पिता ने मीडिया से बातचीत में अपने आर्थिक हालात पर भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा, "मैं एक साधारण जीवन जीता हूं। मेरी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि किसी बड़े मुकदमे की लड़ाई लड़ सकूं।" इस जघन्य अपराध को लेकर सत्ताधारी दल और पुलिस प्रशासन पर राजनीतिक संरक्षण के आरोप लग रहे हैं। विरोधी दलों – कांग्रेस और भाजपा – ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है और कहा है कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। इस बीच, कोलकाता पुलिस ने चार सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जो मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।