शेयर बाजार में उथल-पुथल रही
बीएसई गत सप्ताह 35808.95 से टूटकर मंगलवार को 35352.61 अंक एवं एनएसई भी इसी अवधि में 10724.40 से गिरकर 10604.35 अंक पर बंद हुआ।
मुंबई : गत सप्ताह से पूर्व सप्ताह के दौरान हुए पुलवामा अटैक के कारण घरेलू निवेशकों में घबराहट का माहौल रहा। शेयर कारोबार की बजाय अटैक की ओर निवेशकों का फोकस होने से शेयरों में लिवाली-बिकवाली तो रही, लेकिन मंद गति अर्थात् कई शेयरों में एक /चार रुपए या कुछ अधिक की घट-बढ़ गत सप्ताह देखने को मिली। इसके अलावा बैंकों व ऑटो कम्पनियों के शेयरों में भी उथल-पुथल रही। बैंकों के शेयरों में उतार-चढ़ाव पीसीए अर्थात् त्वरित सुधार कार्रवाई के कारण देखा गया।
आलोच्य सप्ताह बीएसई में गत सप्ताह बाजार गिरने के बाद बुधवार-वीरवार को हुए कारोबारी सत्र में निवेशकों की करीब 90 प्रतिशत लिवाली से जान आई तथा इसी तरह एनएसई भी इसी अवधि में बढ़कर बंद हुआ। जबकि अंतिम सत्र में लगभग 70 प्रतिशत निवेशक लिवाली कमजोर होने का असर बीएसई में माइनर गिरावट का नजर आया, लेकिन एनएसई ग्रीन सिग्नल में ही बंद हुआ। जो गत सप्ताह पूर्व कश्मीर में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले से भारतीय शेयर बाजारों पर नकारात्मक असर दिखाई दिया था, जो सोमवार-मंगलवार दो दिन निवेशकों की बिकवाली का साफ-साफ असर बीएसई व एनएसई इंडैक्स पर दिखाई दिया, जिसमें ऑटो, रीयल एस्टेट, रिलाइंस ग्रुप, टाटा स्टील, सीमेंट आदि सैक्टर के शेयरों में गिरावट रही।
बीएसई गत सप्ताह 35808.95 से टूटकर मंगलवार को 35352.61 अंक एवं एनएसई भी इसी अवधि में 10724.40 से गिरकर 10604.35 अंक पर बंद हुआ। जबकि इस अवधि के बाद रिलाइंस प्रमुख द्वार एरिक्सन कम्पनी का लोन जल्द चुका देने की खबरों से निवेशकों का उत्साह रिलाइंस क्षेत्र में प्रभावी माना गया, जिससे रिलाइंस इंड का शेयर गत मंगलवार की तुलना में वीरवार को हुए कारोबार में लगभग 30 रुपए की बढ़त लेकर 1246.45 रुपए पर बंद हुआ।
इसके अलावा बैंकों की स्थिति में रिजर्व बैंक के प्रोम्पट करैक्टिव एक्शन (पीएसए) के तहत पुनर्पूंजीकरण स्थापित करने की सरकारी योजना से ऋण क्षेत्र अर्थात् इन्फ्रा क्षेत्र की कम्पनियों के शेयरों में लिवाली बढ़ गयी, जिसमें ऑटो, स्टील, सीमेंट, तेल, पॉवर, टिकाऊ उपभोक्ता कम्पनियों आदि डिफैंसिव सैक्टर में सुधार रहा।