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तपोवन सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए जुटे है सुरक्षाबल, अभी भी 166 लोग लापता

तपोवन सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए सुराख को और बड़ा और चौड़ा करने का काम किया जा रहा है, ताकि सुरंग के अंदर फंसे लोगों के बारे में पता लगाया जा सके।

01:25 PM Feb 13, 2021 IST | Desk Team

तपोवन सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए सुराख को और बड़ा और चौड़ा करने का काम किया जा रहा है, ताकि सुरंग के अंदर फंसे लोगों के बारे में पता लगाया जा सके।

उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित तपोवन सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए सुरक्षाबल के जवानों ने एक बड़ा सुराख किया है। इस सुरंग में 30 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि इस सुराख को और बड़ा और चौड़ा करने का काम किया जा रहा है, ताकि सुरंग के अंदर कैमरा डाल कर अंदर फंसे लोगों के बारे में पता लगाया जा सके।
तपोवल नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक आर पी अहिरवाल ने बताया कि 12 मीटर लंबे और 75 मिलीमीटर व्यास वाला सुराख किया गया है। उन्होंने एक बयान में कहा,‘‘ यह अच्छा संकेत है कि सुरंग में पानी और कीचड़ का दबाव नहीं है। लेकिन गाद मौजूद होने के कारण कैमरे को अंदर नहीं भेजा जा सका है। सुराख को बड़ा और चौड़ा करने का काम किया जा रहा है। इसका व्यास 250-300 मिलीमीटर होना चाहिए।’’
राज्य में इस आपदा में अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है और 166 लोग लापता है। तपोवन सुरंग में अब भी 25 से 35 लोगों के फंसे होने की संभावना है। सात फरवरी को ऋषिगंगा घाटी में पहाड़ से गिरी लाखों मीट्रिक टन बर्फ के कारण ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदियों में अचानक आई बाढ़ से 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जल विद्युत परियोजना पूरी तरह तबाह हो गई थी जबकि 520 मेगावाट वाली तपोवन-विष्णुगाड परियोजना को काफी क्षति पहुंची और उसकी सुरंग में काम कर रहे लोग वहां फंस गए।
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