दुनिया की सबसे महंगी Tea, जिसे केवल पूर्णमासी की रात ही गुनगुनाते हुए तोड़ा जाता है, ये खास लोग ही करते है ये काम
सिल्वर टिप्स इम्पीरियल चाय को कुछ खास लोग ही तोड़ते हैं जिनका ताल्लुक मकाईबाड़ी चाय बागान से है। ये लोग पूर्णमासी की रात हाथ में मशाल लेकर इसकी कलियां चुनते हैं। वहीं, बागान के मजदूरों के सिल्वर टिप्स इम्पीरियल की खासियत बताते है कि, इस चाय में धरती का हर जादू,
12:24 PM Sep 04, 2023 IST | Ritika Jangid
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जब चाय की बात आती है तो लोगों के सामने सिम्पल घर वाली चाय, जिसमें अदरक और इलायची भी मिली हो आती है या हो सकता है आप उन महंगी चाय के शौकीन हो जिनकी कीमतें कुछ लोगों को डरा देती है। क्योंकि एसी कई चाय पत्ति होती है जिनकी कीमत हजारों या लाखों में होती है। आज हम आपकों ऐसी ही एक दुर्लभ किस्म की चाय पत्ति के बारे में बताने वाले है, जो दुनिया में सबसे महंगी है, साथ ही इसे सिर्फ पूर्णमासी की रात ही तोड़ा जा सकता है।
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बता दें, इस चायपत्ती का नाम सिल्वर टिप्स इम्पीरियल चाय है। जिसकी मकाईबारी वेबसाइट पर 50 ग्राम चाय की कीमत 36 डॉलर यानी 3000 रुपये है। किलो के हिसाब से देखें तो यह लगभग 60 हजार रुपये में मिलती है। ये चाय जितनी मंहगी है उतनी ही इंट्रेस्टिंग है इसके फेक्ट्स। मालूम हो, ये विशेष चाय दार्जिलिंग में उगाई जाती है। जिसे सिर्फ पूर्णमासी की रात में ही तोड़ा जाता है। सालभर में सिर्फ चार या पांच बार ही इसकी तुड़ाई होती है।
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आपको जानकर हैरानी होगी कि सिल्वर टिप्स इम्पीरियल चाय को कुछ खास लोग ही तोड़ते हैं जिनका ताल्लुक मकाईबाड़ी चाय बागान से है। ये लोग पूर्णमासी की रात हाथ में मशाल लेकर इसकी कलियां चुनते हैं। वहीं, बागान के मजदूरों के सिल्वर टिप्स इम्पीरियल की खासियत बताते है कि, इस चाय में धरती का हर जादू, ब्रह्मांड का हर राज और मिट्टी की सारी ताकत समाई हुई है। चटख चांदनी रात में गाते-गुनगुनाते मजदूर कलियां चुनते हैं और भोर होने से पहले पैक कर भेज भी दिया जाता है। माना जाता है कि सूर्य की किरण अगर इस पर पड़ गई तो इसकी खुशबू कम हो जाती है।

वहीं कुछ लोगों का यह भी दावा है कि पूर्णिमा के दिन समुद्र में ज्वार आता है, जो काफी ताकतवर होता है। उस वक्त पूरे ब्रह्मांड की शक्ति धरती पर असर डालती है। ऐसे मौके पर जो भी चीज तैयार की जाती है, वह बहुत ताकतवर होती है और ये ही एक कारण है कि इस चाय को भी पूर्णिमा के दिन ही तोड़ा जाता है। वहीं यह चाय विशेष कलियों से बनती है जो चांदी की सुइयों की तरह दिखती हैं।

साथ ही बता दें, ये चाय इतनी दुर्लभ है कि दार्जिलिंग में यह सिर्फ100-150 किलो ही पैदा होती है। और इसे अमेरिका, जापान, ब्रिटेन के खरीदार ले जाते हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, ब्रिटिश राजघराना इस चाय का दीवाना है। वहीं इस चाय को तोड़ने की प्रकिया इतनी खास है कि इसे देखने के लिए दूर-दूर से टूरिस्ट आते हैं। मालूम हो, ये भी कहा जाता है कि ये चाय यंग बनाए रखने में काफी मददगार है।

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