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पुरुष से ज्यादा भारतीय महिला टीम के नाम रहा 2022 का साल, जाने क्या उपलब्धि हासिल की

भारतीय क्रिकेट में जीतना पुरुषों का नाम है, उतना महिलाओं का नाम नहीं है, इस बात में कोई दोराय नहीं है। मगर फिर भी भारतीय महिला क्रिकेट ने इस साल पुरुष क्रिकेट से ज्यादा अपने देश का सिर ऊपर किया है।

04:27 PM Dec 27, 2022 IST | Desk Team

भारतीय क्रिकेट में जीतना पुरुषों का नाम है, उतना महिलाओं का नाम नहीं है, इस बात में कोई दोराय नहीं है। मगर फिर भी भारतीय महिला क्रिकेट ने इस साल पुरुष क्रिकेट से ज्यादा अपने देश का सिर ऊपर किया है।

भारतीय क्रिकेट में जीतना पुरुषों का नाम है, उतना महिलाओं का नाम नहीं है, इस बात में कोई दोराय नहीं है। मगर फिर भी भारतीय महिला क्रिकेट ने इस साल पुरुष क्रिकेट से ज्यादा अपने देश का सिर ऊपर किया है। इसी वजह से शायद बीसीसीआई ने महिलाओं को तरजीह देते हुए उनके हित में इस साल कुछ बड़े फैसले लिए है, जिससे उनका मनोबल और बढ़े और देश का सिर और भी ज्यादा ऊंचा करें। आइए इस वीडियो के जरिए जानते है कि इस साल भारतीय महिला टीम और पुरुष टीम ने क्या खोया और क्या पाया।
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भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम का 2022 का साल कुछ खास नहीं रहा। इस साल भारतीय टीम को शुरू से ही हार का सामना करना पड़ा और अंत तक हार का ही सामना करना पड़ा। 2022 की शुरुआत में भारतीय पुरुष टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ हारी फिर अंत में बांग्लादेश के खिलाफ 2-1 से उनके घर पर जा कर मात खाई। हालांकि जैसे-तैसे 2-0 से टेस्ट सीरीज अपने नाम कर बांग्लादेश से वापस लौटी। इसके बीच में दो बड़े हार का भी टीम को सामना करना पड़ा। पहले एशिया कप में और फिर टी20 विश्व कप में। वहीं भारतीय महिला टीम ने 2022 में कई बार भारत को गर्वानवित करवाया। इस साल महिलाओं ने पहले तो कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार क्रिकेट को शामिल करने पर सिल्वर मेडल दिलाया। उसके बाद 7वीं बार एशिया कप चैंपियन बनी। हालांकि अंत में महिला टीम को भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4-1 से टी20 सीरीज गंवानी पड़ी, जहां यह टीम मेजबानी कर रही थी। हालांकि भारत की महिला टीम हो या पुरुष, बड़े स्तर पर जब ये परचम लहराते हैं तो छोटे-मोटे हार को क्रिकेट फैंस या फिर बीसीसीआई नजरअंदाज कर ही देती हैं।
हालांकि यहां तक तो बात हुई इस साल की सफलता और असफलताओं की। अब बात करते है मिले तोहफे की,जोकि भारतीय महिला टीम को बीसीसीआई की तरफ से 2022 में दिया गया हैं।
इस साल बीसीसीआई ने भारतीय महिला टीम को 2 बड़े तोहफे भेंट किए हैं। पहला तो जेंडर इनइक्वालिटी को खत्म करने के तरफ एक कदम बढ़ाने के लिए। इस पर बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने 27 अक्टूबर 2022 को ट्वीट के जरिए देश को बताया था कि अब से भारतीय महिला टीम की कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ियों को पुरुष टीम के बराबर  मैच फिस दिए जाएंगे। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि मुझे खुशी हो रही है बीसीसीआई द्वारा भेदभाव को मिटाने के लिए एक कदम बढ़ाया जा रहा है। हम बीसीसीआई की कॉन्ट्रैक्ट महिला खिलाड़ियों के लिए इक्विटी पॉलिसी लेकर आए हैं। भारतीय क्रिकेट के जेंडर इक्वालिटी के नए एरा की शुरुआत करने के लिए महिला और पुरुष क्रिकेट को एक समान मैच फिस देने की घोषणा करते हैं। इसी के तुरंत बाद जय शाह ने अपने ट्वीट को आगे बढ़ाते हुए लिखा कि महिला और पुरुष क्रिकेट को समान मैच फिस दिए जाएंगे। जैसे कि टेस्ट में 15 लाख, वनडे के लिए 6 लाख और टी20 के लिए 3 लाख भारतीय करेंसी के अनुसार। बीसीसीआई के इस फैसले को महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी ने भी सराहा था। वहीं बीसीसीआई न्यूजीलैंड क्रिकेट के बाद दूसरा बोर्ड है, जिसने महिला और पुरुष खिलाड़ी को बराबर मैच फिस देने का फैसला किया है।
वहीं दूसरा तोहफा जो भारतीय महिला टीम को इस साल मिला है, वो ये है कि 2023 से महिला आईपीएल का भी आयोजन होगा। आईपीएल के होने से सभी महिला खिलाड़ियों को फायदा होगा। इसमें ना सिर्फ इंटरनेशनल खिलाड़ी होंगी, बल्कि डोमेस्टिक महिला खिलाड़ियों को भी फायदा होगा कि वो एक बड़े प्लैटफॉर्म पर खुद को साबित कर पाएंगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2023 में होने वाले पहले महिला आईपीएल में 5 टीमें होंगी। हर एक टीम में 18 खिलाड़ी का होना अनिवार्य है। वहीं एक टीम में 6 विदेशी खिलाड़ी भी होंगी। प्लेइंग-11 की बात करें तो एक टीम में 5 विदेशी खिलाड़ी का होना अनिवार्य हैं और उसमें भी 4 आईसीसी फुल मेंबर वाली टीम से होनी चाहिए, एक कोई खिलाड़ी एसोसिएट नेशन से हो सकती हैं।
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