पंचकूला सिविल अस्पताल में चोरी, चौबीस घंटे बाद भी चोर गिरफ्त से बाहर
चोरी के 24 घंटे बाद भी पंचकूला अस्पताल के चोर लापता
पंचकूला सिविल अस्पताल में दवा चोरी का मामला सामने आया है। 24 घंटे बाद भी चोर पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक चोर का कोई सुराग नहीं मिला है। रात के समय अस्पताल के पास पुलिस की तैनाती नहीं की गई है।
पंचकूला से एक बड़ी खबर सामने आई है। पंचकूला सिविल अस्पताल सेक्टर 6 के केमिस्ट से दवा चुराने के मामले में 24 घंटे बाद भी चोर पुलिस के चंगुर से बाहर हैं। अभी तक दवाखाने के पास रात के समय पुलिस की तैनाती नहीं की गई है। पुलिस की तरफ से मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन अभी तक चोर कौन है इसका पता नहीं लग पाया है और न ही कोई सुराग मिल पाया है।
शीशा तोड़कर की चोरी
बता दें कि चोर ने अस्पताल के दवाखाने से दवाएं चोरी की हैं। इस घटना को अंजाम चोरों ने आधी रात को दवाखाने का दरवाजा तोड़कर दिया। खास बात है कि चोरी हुई दवाएं मार्केट में बिना पर्ची नहीं मिलती हैं। इस वजह से पुलिस को इस मामले में अस्पताल के स्टाफ की मिलीभगत पर शक है। अभी तक इस घटना को अंजाम देने वाला चोर पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा है। अस्पताल से इससे पहले भी बच्चे चोरी होने की जानकारी सामने आई थी।
गार्ड की कमी
अस्पताल में अभी भी रात के समय 20 सुरक्षाकर्मियों की जरुरत है। इसमें रात के समय 5-6 गार्ड ही अस्पताल परिसर में सुरक्षा के लिए रहते हैं। ऐसे में अस्पताल के कर्मचारी अंदर से ही वार्ड को बंद कर लेते हैं। वहीं अस्पताल के दवाखाने और अन्य जगहों पर कोई सुरक्षा नहीं है। इस वजह से चोर मौका देखकर फायदा उठा लेता हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिक्योरिटी गार्डों की भर्ती अस्पताल के नाम पर होती है मगर उन्हें नेताओं, अधिकारियों और कोठियों में तैनात किया जाता है। इस वजह से अक्सर अस्पताल परिसर से चोरी की घटना सामने आती रहती है।
पीएमओ ने दी जानकारी
इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन पर बड़ा सवाल उठ गया है। दवा चोरी के बाद अस्पताल पीएमओ ने सिक्योरिटी इंचार्ज से अहम मीटिंग की है। खबर है कि जल्द ही अस्पताल में गार्ड की तैनाती होगी। इसके लिए सभी तैयारी की जा रही है।
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