Film Makers के बीच Operation Sindoor टाइटल को लेकर मची होड़, रजिस्ट्रेशन का टूटा रिकॉर्ड
ऑपरेशन सिंदूर टाइटल के लिए फिल्ममेकर्स में मची होड़
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार किया। इस सैन्य अभियान की चर्चा बॉलीवुड में भी हो रही है। कई फिल्म निर्माता इस टाइटल को रजिस्टर कराने की होड़ में हैं, जिसमें टी-सीरीज़ और ज़ी स्टूडियोज़ जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार किया। इस जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने 9 आतंकवादी अड्डों को ध्वस्त कर और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। इस बड़े सैन्य अभियान की चर्चा राजनीतिक से लेकर बॉलीवुड तक हो रही है।
कितने लोगों ने किया आवेदन
इसी बीच फिल्म इंडस्ट्री में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के टाइटल को लेकर होड़ देखने को मिल रही है। इंडस्ट्री के कई दिग्गज निर्माता और निर्देशक इस घटना पर फिल्म बनाने की तैयारी में जुट गए हैं। इसके तहत ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम को रजिस्टर कराने की होड़ मच गई है। जानकारी के अनुसार, एक ही दिन में करीब 15 फिल्ममेकर्स ने इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) में इस टाइटल के लिए आवेदन किया।
टी-सीरीज़ ने भी किया रजिस्टर
सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, इस रेस में सबसे आगे फिल्म निर्माता महावीर जैन की कंपनी बताई जा रही है, जिन्होंने सबसे पहले टाइटल के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की। इसके अलावा, मशहूर डायरेक्टर मधुर भंडारकर, प्रोड्यूसर अशोक पंडित, टी-सीरीज़ और ज़ी स्टूडियोज़ जैसे बड़े प्रोडक्शन हाउस भी इस टाइटल को अपने नाम करना चाहते हैं।
फिल्ममेकर्स हुए एक्टिव
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लॉई (FWICE) के अध्यक्ष बी. एन. तिवारी ने मीडिया से बातचीत में पुष्टि की कि 22 अप्रैल को हुए सैन्य ऑपरेशन के तुरंत बाद कई निर्माता इस विषय पर फिल्म बनाने को लेकर एक्टिव हो गए। उन्होंने बताया कि IMPPA में अब तक 15 से ज्यादा आवेदन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ टाइटल के लिए आ चुके हैं।
फिल्म बनाने की प्लानिंग
बता दें, बॉलीवुड में यह चलन नया नहीं है। जब भी देश में कोई बड़ा सैन्य अभियान या राष्ट्रीय घटना होती है, तो निर्माता सबसे पहले उससे जुड़े टाइटल को खरीदने में लग जाते हैं। हालांकि कई बार ये टाइटल केवल भविष्य की संभावनाओं के लिए बुक किए जाते हैं, भले ही उस पर फिल्म बने या नहीं। बीते वर्षों में आईं ‘उरी’, ‘वॉर’, ‘शेरशाह’ और ‘फाइटर’ जैसी देशभक्ति आधारित फिल्मों की सफलता के बाद फिल्ममेकर्स इसे अपने नाम करवाना चाहते हैं।
फिल्म बनेगी या नहीं
निर्माता अशोक पंडित ने भी टाइटल के लिए आवेदन करने की बात स्वीकारते हुए कहा, “हम फिल्ममेकर जब किसी महत्वपूर्ण या चर्चित घटना को देखते हैं, तो सबसे पहले उससे जुड़ा टाइटल रजिस्टर कराते हैं। यह किसी भी फिल्म की प्लानिंग का पहला और जरूरी कदम होता है। फिल्म बनेगी या नहीं, यह बाद की बात है, लेकिन टाइटल सुरक्षित करना जरूरी होता है।” हालांकि फिल्ममेकर्स के इस कदम पर यूजर्स उनकी आलोचना भी कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है, “जहां एक तरह भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है, ऐसे मौके पर देश में सभी की सुरक्षा और शांति की कामना करनी चाहिए, न कि फिल्म बनाने के बारे में सोचना चाहिए।”