मणिपुर में सरकार बनाने की हलचल, 44 विधायकों ने जताया समर्थन
राज्यपाल से NDA की मुलाकात, 44 विधायकों का समर्थन
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन के बाद सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। NDA के 10 विधायक राज्यपाल अजय भल्ला से मिले और 44 विधायकों के समर्थन का दावा किया। मणिपुर विधानसभा में 60 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 31 का बहुमत चाहिए। BJP के 8, NPP के 1 और निर्दलीय 1 विधायक शामिल हैं।
मणिपुर में कुकी और मैतई के बीच बढ़ती हिंसा के बाद 13 फरवरी 2025 से राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। बता दें कि वर्ष 2023 से दोनो समुदाय के बीच हिंसा की घटना सामने आ रही थी जिसमें करीब 300 से अधिक लोगों की इस हिंसा में मौत हो गई थी। बढ़ती हिंसा के कारण 9 फरवरी को CM बिरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया था और मणिपुर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। अब मणिपुर में सरकार बनाने की हलचल तेज हो गई है, दरअसल राज्यपाल अजय भल्ला से मिलने के लिए NDA के 10 विधायक राजभवन पहुंचे और दावा करते हुए कहा कि उनके पास सरकार बनाने के लिए 44 विधायकों का समर्थन है।
मणिपुर विधानसभा में 60 सीटें है
बता दें कि मणिपुर विधानसभा में 60 सीटें है और सरकार बनाने के लिए लगभग 31 विधायकों का बहुमत चाहिए। राज्यपाल से मुलाकात में 10 विधायकों ने 44 विधायकों का समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा ठोका है। बता दें कि 10 विधायकों में से BJP के 8 विधायक, NPP के 1 विधायक और निर्दलीय से 1 विधायक शामिल है।
मणिपुर में दो महीने में लोकप्रिय सरकार बनेगी : भाजपा सांसद
मणिपुर में बनेगी NDA सरकार ?
राज्यपाल से मुलाकात के बाद भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम ने बताया कि 44 विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार है क्योंकि कोविड के बाद राष्ट्रपति शासन लगने के बाद लोगों को संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। और यही सरकार बनाने का सही समय है। बता दें कि कुकी-मैतई समुदाय के बीच बढ़ती हिंसा और सरकार के खिलाफ बढ़ती आलोचना के बाद 9 फरवरी को मणिपुर के CM बिरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया था।