भारत में फैक्ट्री लगाने की जरूरत नहीं: ट्रम्प ने एपल CEO को कहा
भारत में फैक्ट्री न लगाने की सलाह ट्रम्प ने दी
डोनाल्ड ट्रम्प ने एपल के CEO टिम कुक से कहा कि उन्हें भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है, बल्कि अमेरिका में प्रोडक्शन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ट्रम्प ने कतर में बिजनेस लीडर्स के साथ एक कार्यक्रम में कहा कि एपल प्रोडक्ट्स भारत में नहीं बनने चाहिए, क्योंकि भारत और वियतनाम से इम्पोर्ट पर कम टैक्स लगता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एपल के CEO टिम कुक से साफ कहा है कि उन्हें भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। ट्रम्प के मुताबिक, एपल को अमेरिका में ही प्रोडक्शन पर फोकस करना चाहिए और भारत जैसे देशों में फैक्ट्रियां सिर्फ वहां के लोकल मार्केट को ध्यान में रखकर लगानी चाहिए। ट्रम्प ने यह बयान गुरुवार को कतर की राजधानी दोहा में बिजनेस लीडर्स के साथ एक कार्यक्रम के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि “मैं नहीं चाहता कि एपल के प्रोडक्ट्स भारत में बनें। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है।” इसके पीछे मुख्य कारण है कि चीन के मुकाबले भारत और वियतनाम से प्रोडक्ट इम्पोर्ट करने पर सिर्फ 10% टैक्स देना पड़ता है, जबकि चीन से ज्यादा टैरिफ लगता है।
भारत से मिला ज़ीरो टैरिफ ट्रेड ऑफर
ट्रम्प ने अपने संबोधन में यह भी दावा किया कि भारत ने अमेरिका के साथ जीरो टैरिफ ट्रेड डील की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि भारत ने ट्रेड में कोई शुल्क नहीं लेने की बात कही है, जो अमेरिका के लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इस प्रस्ताव पर आगे क्या निर्णय लिया जाएगा, इस पर कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई।
टिम कुक बोले: अमेरिका में बिकने वाले 50% आईफोन भारत में बने
दूसरी ओर, एपल के CEO टिम कुक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि अमेरिका में बिकने वाले करीब 50% आईफोन भारत में बन रहे हैं। अप्रैल से जून की तिमाही में भारत अमेरिकी मार्केट में बिकने वाले आईफोन का ‘कंट्री ऑफ ओरिजिन’ बन जाएगा। उन्होंने कहा कि एपल वॉच और एयरपॉड्स जैसे अन्य प्रोडक्ट्स भी अब वियतनाम में बनाए जा रहे हैं। इसके पीछे मुख्य कारण है कि चीन के मुकाबले भारत और वियतनाम से प्रोडक्ट इम्पोर्ट करने पर सिर्फ 10% टैक्स देना पड़ता है, जबकि चीन से ज्यादा टैरिफ लगता है।
America ने Iran पर नए प्रतिबंध लगाए, परमाणु वार्ता के चौथे दौर के बाद घोषणा
अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाने की वकालत
ट्रम्प के मुताबिक, एपल को अमेरिका में ही प्रोडक्शन पर फोकस करना चाहिए और भारत जैसे देशों में फैक्ट्रियां सिर्फ वहां के लोकल मार्केट को ध्यान में रखकर लगानी चाहिए। अमेरिका में बिकने वाले करीब 50% आईफोन भारत में बन रहे हैं। अप्रैल से जून की तिमाही में भारत अमेरिकी मार्केट में बिकने वाले आईफोन का ‘कंट्री ऑफ ओरिजिन’ बन जाएगा।