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अतीत में कई अत्याचार हुए, लेकिन कोई भी हिंदू धर्म को नष्ट नहीं कर सका: त्रिपुरा सीएम

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार को उदयपुर में ‘सनातन धर्म सम्मेलन’ में भाग लिया।

10:51 AM Nov 09, 2024 IST | Ayush Mishra

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार को उदयपुर में ‘सनातन धर्म सम्मेलन’ में भाग लिया।

त्रिपुरा के उदयपुर में ‘सनातन धर्म सम्मेलन’

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार को उदयपुर में ‘सनातन धर्म सम्मेलन’ में भाग लिया। चटगांव बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हाल ही में हुए हमलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अतीत में कई अत्याचार हुए, लेकिन कोई भी हिंदू धर्म को नष्ट नहीं कर सका।

सीएम माणिक साहा ने कहा, “आज त्रिपुरा के उदयपुर में ‘सनातन धर्म सम्मेलन’ हो रहा है और पूरे देश से लोग यहां आए हैं। हमारे हिंदू धर्म और हमारे सनातन धर्म के मूल्य के बारे में चर्चा होगी। इन सभी चीजों पर यहां चर्चा की जाएगी। सनातन धर्म दुनिया का बहुत प्राचीन धर्म है। अतीत में भी कई अत्याचार हुए, लेकिन कोई भी हिंदू धर्म को नष्ट नहीं कर सका।”

सनातन धर्म का पुनरुद्धार हो रहा

उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ है, उसी तरह से सनातन धर्म का पुनरुद्धार हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश के बंदरगाह शहर चटगाँव में इस्कॉन की आलोचना करने वाले एक फेसबुक पोस्ट को लेकर तनाव की स्थिति के दौरान हिंदू समुदाय और कानून प्रवर्तन बलों के बीच झड़प हुई। इसके चलते मंगलवार रात को पुलिस और सेना के संयुक्त बलों ने वहाँ एक अभियान चलाया। एक हिंदू नेता ने कहा, “उस्मान नामक एक स्थानीय युवक ने फेसबुक पर इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए पोस्ट किया। तनाव बढ़ने पर कानून और व्यवस्था बल वहाँ गए। आरोप है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर तेजाब जैसी कोई चीज फेंकी गई।”

वक्फ बोर्ड की तरह सनातन धर्म बोर्ड की स्थापना हो

इससे पहले त्रिपुरा के मंत्री सुधांशु दास ने हिंदू मंदिरों की सुरक्षा के लिए वक्फ बोर्ड की तरह सनातन धर्म बोर्ड की स्थापना की मांग की थी। मीडिया से बात करते हुए दास ने कहा, “जब मुस्लिम समुदाय के लिए वक्फ बोर्ड है तो हमारे सनातन धर्म के लिए कोई बोर्ड क्यों नहीं है। हमारी मांग है कि हमारे सनातन धर्म के लिए एक बोर्ड होना चाहिए, ताकि मंदिरों की सुरक्षा हो। हमने देखा है कि तिरुपति में क्या हुआ। इसलिए हमारे लिए एक व्यापक बोर्ड होना चाहिए।” उन्होंने कहा, “हमारे सभी मंदिरों की सुरक्षा के लिए हमें एक बोर्ड (सनातन बोर्ड) बनाना चाहिए। अगर यह हमें नहीं दिया जाता है तो किसी और को भी न दिया जाए, यह हमारी मांग है।” वक्फ बोर्ड अनिवार्य रूप से एक कानूनी इकाई है जिसके पास संपत्ति अर्जित करने, उसे रखने और हस्तांतरित करने का अधिकार है।

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