लुधियाना में बना तीसरा डॉग पार्क, उत्तर भारत का पहला ऐसा अनोखा पार्क, सुविधाएं जान आप भी रह जाएंगे हैरान
यह अनोखा कुत्ते के लिए बना पार्क आपको लुधियाना शहर में देखने को मिल सकता है। यह डॉग पार्क उत्तर भारत में पहला और कुल मिलाकर भारत में तीसरा है। इस पार्क को ठेकेदार ने अपने पैसे से बनाया है, जो दिलचस्प है क्योंकि नगर निगम ने इस पर कोई पैसा खर्च नहीं किया है।
11:26 AM Sep 10, 2023 IST | Nikita MIshra
इसमें कोई शक नहीं कि आपने अपने जीवन में बहुत सारे पार्क देखे होंगे। जहां लोग घूमते भी होंगे और योग-व्यायाम भी जरूर करते होंगे। हम अपने ख़ास लोगों और परिवारजन के साथ प्रकृति में शांत समय का आनंद लेते हैं।
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बहरहाल, आज हम आपको लुधियाना के एक अनोखे पार्क के बारे में बताएंगे जिसे अनोखा बनाने वाली वजह बेहद ही अनोखी हैं। इस पार्क में पूल समेत हर सुविधा उपलब्ध है। आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे बाकी सभी पार्क से अलग हैं? आपको ये जानकारी दें दें कि यह पार्क केवल कुत्तों के लिए है, लोगों के लिए नहीं।
कुत्तों के लिए बना अनोखा पार्क
यह अनोखा कुत्ते के लिए बना पार्क आपको लुधियाना शहर में देखने को मिल सकता है। यह डॉग पार्क उत्तर भारत में पहला और कुल मिलाकर भारत में तीसरा है। इस पार्क को ठेकेदार ने अपने पैसे से बनाया है, जो दिलचस्प है क्योंकि नगर निगम ने इस पर कोई पैसा खर्च नहीं किया है।
पार्क में मौजूद हैं क्या-क्या सुविधाएं?
लुधियाना के भाई रणधीर सिंह मोहल्ले में बने इस डॉग पार्क में कुत्तों के लिए कई सुविधाएं हैं। यहां कुत्ते के झूले, एक पूल और कई अन्य बहुत सी सुविधाएं मौजूद हैं। अधिकारियों का दावा है कि कुत्तों को घुमाने को लेकर लोगों में झगड़ा होना आम बात है और कभी-कभी कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की भी घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन जब लोग अपने कुत्तों को यहां घुमाने के लिए लाते हैं तो ऐसी घटनाएं नहीं होती हैं। जिससे लोगों के बीच आपस में लड़ाई झगडे नहीं होते हैं। इसके आलावा भी यही पास में कुत्तों के लिए कैफेटेरिया खुल रहा है, और इसके तुरंत बाद एक पशु चिकित्सालय भी खुलेगा।
कब से कब तक खुला रहेगा पार्क?
सुबह 6 बजे से रात 11 बजे के बीच डॉग पार्क खुला रहेगा। इस पार्क के लिए 40 रुपये शुल्क देना होगा। डॉग पार्क के खुलने से शहर के सभी लोग जो अपने यहां कुत्तों को पालते हैं बेहद खुश नज़ए आए हैं। लुधियाना में एक डॉग पार्क की आवश्यकता को उन लोगों ने स्वीकार किया जो अपने पालतू जानवरों को वहां लाते थे और यह एक बेहद अच्छा कदम साबित भी हुआ है। कुछ लोग दावा करते हैं कि इसमें और भी बहुत से सुधार किए जा सकते है।
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