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'सेना की वर्दी से लगाव, आतंकियों के साथ बैठक...', तहव्वुर राणा के इस चाखिलाफ र्जशीट ने खोले कई राज

05:19 PM Jul 09, 2025 IST | Amit Kumar
तहव्वुर राणा

मुंबई पर 26/11 के आतंकी हमले में शामिल तहव्वुर हुसैन राणा के खिलाफ एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है. इस चार्जशीट में राणा की पूछताछ के दौरान मिली अहम जानकारियां दर्ज की गई हैं. सूत्रों के अनुसार, राणा ने पूछताछ में न सिर्फ अपने निजी जीवन की जानकारी दी, बल्कि यह भी स्वीकार किया कि वह मुंबई हमले की साजिश में शामिल था.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जांच एजेंसियों ने राणा से पूछताछ की शुरुआत उसके निजी जीवन से जुड़ी बातों से की. इस दौरान उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि, शिक्षा और सेना से जुड़ाव को समझा गया. इन्हीं तथ्यों के आधार पर एजेंसी ने चार्जशीट तैयार की है. पूछताछ की पूरी प्रक्रिया को वीडियो में रिकॉर्ड किया गया.

सेना की वर्दी से लगाव

चार्जशीट के अनुसार, तहव्वुर राणा को आर्मी की वर्दी पहनने का खास शौक था. वह अक्सर आतंकवादियों की बैठकों में फौजी वर्दी पहनकर जाता था. इससे साफ जाहिर होता है कि उसे सेना की पहचान से जुड़ा रहना पसंद था, भले ही वह सेना छोड़ चुका था. बता दें कि तहव्वुर राणा पाकिस्तानी सेना में सैन्य डॉक्टर के रूप में अपनी सेवा दे चुका है.

तहव्वुर राणा के बारे में

राणा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चिचबुतनी गांव का रहने वाला है. उसके पिता स्कूल में प्रधानाचार्य थे. उसके दो भाई हैं—एक पाकिस्तान आर्मी में मनोचिकित्सक है और दूसरा पत्रकार. राणा ने पाकिस्तान के मशहूर कैडेट कॉलेज, हसन अब्दाल से पढ़ाई की थी. यहीं पर उसकी मुलाकात डेविड हेडली से हुई थी, जो 26/11 हमले का एक और मुख्य आरोपी है.

कनाडा में हलाल मीट का व्यापार

1997 में राणा अपनी डॉक्टर पत्नी के साथ कनाडा चला गया. वहां उसने इमिग्रेशन सर्विस और हलाल मीट का कारोबार शुरू किया. हालांकि, उसका आतंकी गतिविधियों की ओर झुकाव बना रहा. पूछताछ में उसने बताया कि उसने लश्कर-ए-तैयबा और हरकत-उल-जिहाद-इस्लामी जैसे आतंकी संगठनों के प्रशिक्षण शिविरों में हिस्सा लिया था. ये दौरे वह पाकिस्तानी सेना और ISI अधिकारियों के साथ मिलकर, फौजी वर्दी में करता था.

तहव्वुर राणा की भारत विरोधी सोच

राणा की सोच भारत विरोधी रही है. आतंकियों से उसकी नजदीकी और हमलों में उसकी सक्रिय भागीदारी उसे एक खतरनाक साजिशकर्ता के रूप में उजागर करती है. जांच एजेंसियों को विश्वास है कि राणा से मिली जानकारी से मुंबई हमले की साजिश से जुड़े और भी राज सामने आ सकेंगे.

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