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पिछले 6 महीने से सुनीता विलियम्स इस तरह रख रही हैं अंतरिक्ष में अपनी सेहत का ख्याल

254 माइल्स ऊपर सुनीता विलियम्स अपनी तबियत का ध्यान कैसे रख रही हैं

08:04 AM Nov 28, 2024 IST | Aastha Paswan

254 माइल्स ऊपर सुनीता विलियम्स अपनी तबियत का ध्यान कैसे रख रही हैं

पिछले 6 महीने से सुनीता विलियम्स इस तरह रख रही हैं अंतरिक्ष में अपनी सेहत का ख्याल

6 महीने से अंतरिक्ष में अटके नासा क दो एस्ट्रॉनोट्स

नासा के दो एस्ट्रॉनोट्स सुनिता विलियम्स और बुच विलमोर पिछले 6 महीने से अंतरिक्ष में अटके हैं। बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में आई खराबी की वजह से दोनों एस्ट्रॉनोट्स को तय दिनों से ज़्यादा स्पेस में रहना पड़ रहा है। सुनिता विलियम्स और बुच विलमोर जून में सिर्फ आठ दिन के मिशन के लिए अंतरिक्ष में गए थे जो बाद में स्पेसक्राफ्ट में आई खराबी की वजह से अब जनवरी 2025 तक के लिए एक्सटेंड हो गया है। बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में आई खराबी की वजह से अब सुनिता विलियम्स और बुच विलमोर उस स्पेसक्राफ्ट से वापस नहीं आ सकते , अब उनके लिए एक नया स्पेसक्राफ्ट भेजा जाएगा। दूसरा एयरक्राफ्ट स्पेस एक्स ड्रेगन उन्हें लेने फरवरी 2025 को स्पेस में पहुंचेगा तब तक के लिए दोनों एस्ट्रॉनोट्स को वहीँ स्पेस में रहना पड़ेगा।

ऐसे रख रही हैं मानसिक सेहत का ख्याल

उनकी एक्सटेंड स्पेस मिशन की वजह से सुनिता विलियम्स के जानने वालों को फिक्र है कि वो पृथ्वी से 254 माइल्स ऊपर अपनी तबियत का ध्यान कैसे रख रही हैं। विलियम्स नासा से ही काफी ट्रेनिंग लेकर गई हैं , ट्रेनिंग में उन्हें काफी तरह की एक्सरसाइज और थेरेपीज सिखाई गई हैं जो उन्हें अंतरिक्ष के माहौल में भी मेंटली फिट रखती हैं। साथ ही नासा के कम्युनिकेशन के जरिये वह अपने परिवार वालों से बात करती रहती हैं जो उन्हें मोटिवेटेड रखता है। बीच – बीच में जरूरत पड़ने पर उन्हें साइक्लोजिस्ट से बात करने का मौका भी मिलता है।

ऐसे रख रही हैं फिजिकल सेहत का ख्याल

तय समय से ज्यादा समय स्पेस में रहने की वजह से दोनों एस्ट्रॉनोट्स की सेहत पर असर जरूर पड़ा है। उन्हें पिज्जा, रोस्टेड चिकन, प्रॉन कॉकटेल्स औऱ कुछ फ्रैश प्रोडक्ट्स ओरिजिनल मैन्यू के तहत दिए गए थे , लेकिन अब वो ज्यादातर सीरियल्स और पाउडर्ड मिल्क पर ही निर्भर कर रहे हैं। एस्ट्रॉनोट्स के यूरिन और पसीने को आईएसएस के जरिए पीने लायक पानी में तब्दील किया जा रहा है। बाकी ग्राउंड स्टेशन पर डॉक्टर्स की पूरी एक टीम है जो दोनों एस्ट्रॉनोट्स की सेहत की जानकारी लेती रहती है साथ ही उन्हें मेंटल और इमोशनल सपोर्ट भी प्रोवाइड करवाती है।

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Aastha Paswan

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