भारत का ये राज्य है ISI का फाइनेंशियल हब! इंडिया-पाक तनाव के बीच NIA का बड़ा खुलासा
कोलकाता बना आईएसआई का वित्तीय केंद्र, एनआईए का बड़ा खुलासा
भारत-पाक तनाव के बीच एनआईए ने खुलासा किया है कि कोलकाता को ISI ने आतंकवाद के वित्तीय लेनदेन का हब बना लिया है। CRPF जवान की गिरफ्तारी से पता चला कि पाकिस्तानी एजेंसियों ने कोलकाता को अपना आर्थिक केंद्र बना लिया है, जहां से मोमिनपुर की दुकान पर कई संदिग्ध लेन-देन हुए।
India-Pakistan Conflict: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक चौंकाने वाली जानकारी साझा की है. एजेंसी ने बताया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने भारत के प्रमुख महानगर कोलकाता को आतंकवाद के लिए वित्तीय लेनदेन का केंद्र बना लिया है.
एनआईए के अनुसार, कोलकाता देश के उन प्रमुख शहरों में शामिल है, जहां वित्तीय लेनदेन सरलता और गोपनीयता से किए जा सकते हैं. यही वजह है कि पाकिस्तानी एजेंसियों और उनके स्लीपर सेल ऑपरेटिव्स ने कोलकाता को अपना आर्थिक अड्डा बना लिया है.
CRPF जवान की गिरफ्तारी से खुली पोल
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब एनआईए ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान मोतीराम जाट को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में हिरासत में लिया. दिल्ली से पकड़े गए इस जवान के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलने के बाद एनआईए ने जांच तेज कर दी.
मोमिनपुर की दुकान बनी जांच का केंद्र
एनआईए ने कोलकाता के मोमिनपुर इलाके में एक दुकान पर छापा मारा, जहां से जाट के बैंक खाते में कई संदिग्ध लेन-देन किए गए थे. जांच अधिकारियों ने दुकान से सीसीटीवी फुटेज भी जब्त की है, जिसे खंगाला जा रहा है. ऐसा संदेह है कि यहीं से जाट को पैसे ट्रांसफर किए गए थे.
छोटे लेनदेन से बचा रहे थे शक से
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान स्थित जाट के ‘हैंडलर्स’ किसी बड़े लेनदेन से बच रहे थे ताकि सुरक्षा एजेंसियों को शक न हो. इसलिए लेनदेन की राशि को छोटा रखा गया लेकिन संख्या अधिक थी.
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कश्मीर हमले से जुड़ सकता है कनेक्शन?
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी. अब इस बात की जांच हो रही है कि क्या जाट ने किसी प्रकार की संवेदनशील जानकारी साझा की थी, जिससे आतंकियों को इस हमले में मदद मिली.
एनआईए ने जाट के नेटवर्क को ट्रेस करते हुए कोलकाता में 15 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की है. इन जगहों से जुड़े दस्तावेज और डिजिटल डेटा को जब्त कर जांच की जा रही है.