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कोरोना यौद्धा के नाम से विख्यात -दिवंगत अनिल कोहली को श्रद्धांजलि देने के लिए फेसबुक पर जुटे हजारों लोग

पिछले दिनों नामुरीद कोविड-19 की जंग में शहीद हुए लुधियाना पुलिस के एसीपी अनिल कोहली के अंतिम अरदास के वक्त लोगों ने दूर रहकर भी उन्हें अपने-अपने सोशल मीडिया और फेसबुक के जरिए आज एक बार फिर उन्हें याद करके नमन किया

11:17 PM May 10, 2020 IST | Shera Rajput

पिछले दिनों नामुरीद कोविड-19 की जंग में शहीद हुए लुधियाना पुलिस के एसीपी अनिल कोहली के अंतिम अरदास के वक्त लोगों ने दूर रहकर भी उन्हें अपने-अपने सोशल मीडिया और फेसबुक के जरिए आज एक बार फिर उन्हें याद करके नमन किया

कोरोना यौद्धा के नाम से विख्यात  दिवंगत अनिल कोहली को श्रद्धांजलि देने के लिए फेसबुक पर जुटे हजारों लोग
लुधियाना : पिछले दिनों नामुरीद कोविड-19 की जंग में शहीद हुए लुधियाना पुलिस के एसीपी अनिल कोहली के अंतिम अरदास के वक्त लोगों ने दूर रहकर भी उन्हें अपने-अपने सोशल मीडिया और फेसबुक के जरिए आज एक बार फिर उन्हें याद करके नमन किया। आज सपन्न हुए श्रद्धांजलि समारोह के दौरान डीजीपी पंजाब दिनकर गुप्ता सहित लुधियाना पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल, डिप्टी कमीश्रर प्रदीप अग्रवाल व अन्य अधिकारियों ने दिवंगत एसीपी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान लाकडाउन व महामारी के चलते आम लोगों ने पंजाब पुलिस के फेसबुक पेज पर हुए लाइव के दौरान दिवंगत योद्धा को श्रद्धां सुमन अर्पित किये और उनके जीवन काल के दौरान जनहित कार्यो का जिक्र करते हुए नमन किया। 
इससे पहले देर रात लुधियाना पुलिस की ओर से अपने ही स्तर पर एक कैंडल मार्च निकाला गया, जिसमें सभी डिवीजनरों के एएसपी और पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने इलाकों में कैंडल मार्च निकालकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी। 
इस अवसर पर डीजीपी पंजाब दिनकर गुप्ता ने कहा कि पंजाब पुलिस एक परिवार की तरह है। किसी भी तरह की पुलिस की नौकरी जोखिम भरी होती है। कई प्रकार के खतरे रहते है। दूसरे किस्म के खतरे तो आते है जिसमें अपराधी, आतंकी, गैंगस्टर के साथ मुकाबले होते है लेकिन किसी ने इस प्रकार नहीं सोचा था कि ऐसी महामारी होगी तथा इसमेें पुलिस को अपना असल काम करने की बजाये इस प्रकार फ्रंट लाइन पर काम करना होगा। दिवंगत एसीपी अनिल कोहली जी कफर्यू के दौरान अपनी ड्यूटी बेहद तमन्यता से निभा रहे थे तथा सब्जी मंडी व अन्य प्रबंध रात-दिन कफर्यू के दौरान करते रहे तथा जी-जान से मेहनत करते रहे और आखिर में कोरोना से जंग लड़ते हुए वह शहीद हो गए। डीजीपी ने यह भी बताया कि अनिल कोहली ने 30 सालों तक देश व पंजाब की जनता को सेवाएं दी। उनकी बेहद अच्छी छवि थी तथा एक नेक शखसीयत थे। वह अच्छे अधिकारियों में गिने जाते थे। वह पहले ऐसे अधिकारी थे जिन्होंने इस जंग में अपनी कुर्बानी दी। 
पंजाब सरकार, पंजाब पुलिस, जिला प्रशासन व एक्सपर्ट डाक्टरों ने उनकी जान बचाने का बहुत प्रयास किया लेकिन दुभार्गयवश उन्हें बचाया नहीं जा सके। लेकिन उन्होंने महामारी से लोगों को बचाते हुए अपनी जान देश पंजाब पर वार दी। उनके जाने का पंजाब पुलिस को भारी नुकसान उठाना पड़ा।  वह परिवार के साथ गहरी संवदेना व्यक्त करते है तथा परिवार को बहुुत बड़ा दुख सहना पड़ा। कोहली जी की सेवाओं को कदापि भुलाया नहीं जा सकता है। पंजाब पुलिस द्वारा एक डिजिटल रिंबैमबरस आफ वॉल के जरिये उनकी पंजाब पुलिस व देश पंजाब के प्रति देन को याद किया ताकि आने वाली पीढिय़ां व पंजाब पुलिस के जवान इससे प्ररेणा ले। 
मुखयमंत्री पंजाब व पंजाब पुलिस यह वचनबद्ध है कि उनके जाने के बाद उनके परिवार को किसी प्रकार की समस्या न होने दे तथा यह हमारा परिवार है। इसके लिए परिवार को चिंता करने की जरूरत नहीं है। पंजाब पुलिस के 80 हजार पुलिस के जवानों व मेरे अपनी तरफ से मैं आज दिवंगत कोहली जी को श्रद्धांजलि दे रहा हू। उनका नाम हमेशा पंजाब पुलिस व राज्य के इतिहास में सुनहरा अक्षरों में लिखा जाएंगा तथा उनका नाम गर्व लिया जाएगा जिन्होंने दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी कुर्बानी दी। मालूम रहे कि स्व. कोहली के बेटे को सब इंस्पैक्टर रैंक की नियुक्ति की गई है। जोकि उन्हें ग्रैजूएशन पूर्ण होने के बाद उन्हें ज्वाइन करवाया जाएगा।
– सुनीलराय कामरेड
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