दिल्ली में संपत्ति हड़पने के आरोप में मां-बेटे समेत तीन गिरफ्तार
संपत्ति हड़पने के मामले में मां-बेटे और साथी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने द्वारका सेक्टर 6 में संपत्ति हड़पने के आरोप में मां-बेटे और एक साथी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि ये लोग संपत्ति के मालिक की मौत के बाद दस्तावेजों में जालसाजी कर संपत्ति हड़प रहे थे। पुलिस के मुताबिक, बेटे सरबजीत सिंह ने अपनी मां राजेंद्र कौर और एक साथी पवनदीप सिंह के साथ मिलकर द्वारका सेक्टर 6 में संपत्ति के जाली दस्तावेज बनाए और उसे 1,85,00,000 रुपये में बेच दिया।
दिल्ली पुलिस का एक्शन
पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की कि कुछ जमीन हड़पने वालों ने मालिक की मौत के बाद 2023 में संपत्ति को सनी यादव नाम के व्यक्ति को बेच दिया है। पुलिस ने बताया कि मालिक के कोई संतान नहीं थी और उसकी पत्नी की भी 2019 में मौत हो गई थी। पुलिस ने आरोपी सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ के दौरान इस मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने खुलासा किया कि पवनदीप सिंह उर्फ प्रिंस इस मामले का मास्टरमाइंड था।
संपत्ति हड़पने के आरोप में पांच गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि प्रिंस ने अपने दोस्त सरबजीत सिंह के साथ मिलकर डी-501, बधवार अपार्टमेंट, सेक्टर 6, द्वारका के दस्तावेजों में सरबजीत की मां राजेंद्र कौर के नाम से जालसाजी की। दस्तावेजों में जालसाजी करने के बाद उन्होंने इस मकान को सनी यादव नामक व्यक्ति को 1,85,00000 रुपये में बेच दिया। पुलिस के अनुसार पवनदीप सिंह को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। उसे पहले भी एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
मां-बेटे समेत तीन गिरफ्तार
इसके बाद वह अपने कुछ साथियों के संपर्क में आया और उनसे उसे खाली प्लॉट और फ्लैट के दस्तावेजों में जालसाजी कर उन्हें बेचने का आइडिया मिला, ताकि आसानी से पैसा कमाया जा सके। सरबजीत सिंह की मां राजेंद्र कौर अपने बेटे की गिरफ्तारी के बाद से लापता थी। इसके बाद द्वारका कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। राजेंद्र कौर को संत नगर एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद यह मामला खत्म हो गया। पुलिस के अनुसार प्रिंस ने सरबजीत के साथ मिलकर उसे लालच दिया कि अगर वह उसके नाम पर दस्तावेज बनाने दे तो वे उसे मोटी रकम देंगे।