TMC का सुनील मंडल को फिर से पार्टी में शामिल करने की संभावना से किया इनकार
तृणमूल कांग्रेस ने पिछले साल भाजपा में शामिल हुए सांसद सुनील मंडल को फिर से पार्टी में शामिल करने की संभावना से बुधवार को वस्तुत: इनकार किया और कहा कि पार्टी दलबदल विरोधी कानून के तहत उनकी सदस्यता को रद्द कराने के लिए पहले ही कदम आगे बढ़ा चुकी है।
11:41 PM Jun 16, 2021 IST | Shera Rajput
तृणमूल कांग्रेस ने पिछले साल भाजपा में शामिल हुए सांसद सुनील मंडल को फिर से पार्टी में शामिल करने की संभावना से बुधवार को वस्तुत: इनकार किया और कहा कि पार्टी दलबदल विरोधी कानून के तहत उनकी सदस्यता को रद्द कराने के लिए पहले ही कदम आगे बढ़ा चुकी है।
पिछले साल दिसंबर में शुभेंदु अधिकारी के साथ भाजपा में शामिल हुए मंडल ने मंगलवार को कहा कि वह अपनी नयी पार्टी में ‘‘सहज महसूस नहीं कर रहे हैं’’ क्योंकि उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए गए। इसके बाद उनके भविष्य के राजनीतिक कदम को लेकर अटकलें तेज हो गईं।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता सौगत रॉय ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों का कोई नतीजा नहीं निकलेगा क्योंकि पार्टी उनकी सदस्यता समाप्त कराने के लिए पहले ही कदम आगे बढ़ा चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की टिप्पणियों का कोई लाभ नहीं होगा। विधानसभा चुनाव से पहले, दो बार टीएमसी सांसद रहने और अपने कार्यकाल के तीन साल शेष रहने के बावजूद, वह भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें कभी भी पार्टी से कोई समस्या या शिकायत नहीं थी।’’
रॉय ने कहा, ‘हमने उनसे बात की। लेकिन वह तब पार्टी छोड़ने और भाजपा में शामिल होने पर अड़े हुए थे।’’
रॉय ने कहा, ‘‘उन्होंने शुभेंदु अधिकारी के साथ हाथ मिलाया। अब इस तरह की टिप्पणियों से कोई नतीजा नहीं निकलेगा कि वह असहज महसूस कर रहे हैं।’’
मंडल ने मंगलवार को कहा कि हालांकि उन्होंने जिले में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया था, लेकिन पार्टी के भीतर उन लोगों पर विश्वास की कमी थी जो टीएमसी से आये थे।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा उन लोगों पर विश्वास नहीं करती जो टीएमसी से आये हैं। यहां तक कि भाजपा की संगठनात्मक ताकत के बारे में मेरा विश्वास भी गलत निकला है। मैं यहां सहज महसूस नहीं कर रहा हूं।’’
मंडल पिछले साल दिसंबर में मेदिनीपुर में गृह मंत्री अमित शाह की एक रैली में शुभेंदु अधिकारी के साथ भाजपा में शामिल हुए थे।
उन्होंने दावा किया, ‘‘शुभेंदु ने साथ काम करने का अपना वादा नहीं निभाया। उन्होंने मुझसे संपर्क नहीं रखा। मेरा अब उनसे कोई संपर्क नहीं है।’’
इन टिप्पणियों के साथ, मंडल उन नेताओं की लंबी सूची में शामिल हो गए हैं जो विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे और चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद अपनी पूर्व पार्टी टीएमसी को संदेश भेज रहे हैं।
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