निरोग और घनवान होने के लिए-नवरात्रि के 9 दिन के 9 भोग, किस दिन लगाए कौन सा भोग
नवरात्रि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। लाेग नौ दिनों का व्रत रखते हैं और नौ देवियों की उपासना करते हैं
09:34 AM Mar 28, 2022 IST | Desk Team
नवरात्रि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। लाेग नौ दिनों का व्रत रखते हैं और नौ देवियों की उपासना करते हैं। नवरात्रि के दौरान माता की आराधना के साथ ही व्रत-उपवास और पूजन का भी विशेष महत्व है। माता को प्रसन्न करने के लिए लोग तरह तरह के उपाय करते हैं। शास्त्रों के अनुसार प्रतिपदा से लेकर नौ तिथियों में देवी को विशिष्ट भोग अर्पित करने तथा ये ही भोग दरिद्रों को दान करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है तथा उसका परिवार दीर्घायु होता है।
Advertisement
1. नवरात्रि के पहले दिन देवी मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।इस दिन मां के चरणों में गाय का शुद्ध घी चढ़ाने से बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
2. नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को शक्कर का भोग लगाते हैं। इससे पारिवारिक सदस्यों की आयु बढ़ती है।
3. नवरात्रि के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा को दूध या दूध से बनी चीजों का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि दूध से बनी मिठाई का भोग लगाकर ब्राह्मणों को दान कर देना चाहिए। इससे दुख दूर होते हैं और खुशी आती है।
4. नवरात्रि के चौथे दिन देवी कुष्मांडा को मालपुए का भोग लगाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह भोग दूसरों को खिलाने से बुद्धि तेज होती है।
5. नवरात्रि के पांचवें दिन देवी स्कंदमाता को केले का भोग लगाना चाहिए, और इस दिन केले का दान भी करना चाहिए।
6. देवी कात्यायनी को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के छठे दिन शहद और मीठा का भोग लगाएं। इससे धर्म, अर्थ और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
7. नवरात्रि के सातवें दिन देवी कालरात्रि की पूजा में गुड़ और मेवे के लड्डू का भोग लगाना चाहिए। इससे मां, भूत-प्रेत से मुक्ति दिलाती है और सारे कष्ट दूर करती हैं।
8. नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की पूजा में नारियल का भोग लगाना चाहिए। नारियल का भोग लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
9. नवरात्रि के आखिरी अर्थात 9 वें दिन मां सिद्धिदात्री को तिल का भोग लगाना चाहिए। कहा जाता है कि नवमी के दिन तिल का भोग लगाने से अनहोनी की आशंका खत्म होती है।
Advertisement