बोरवेल में फंसी बच्ची को आज आठवां दिन, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
राजस्थान के कोटपुतली में बोरवेल में फंसी बच्ची को निकालने की कोशिशें जारी
राजस्थान के कोटपुतली की एक बोरवेल में फंसी बच्ची को आज पूरे आठ दिन हो चुके हैं। कोई भी बच्ची को अब तक बाहर नहीं निकाल पाया है। NDRF टीम के प्रभारी योगेश कुमार मीना ने बताया कि आठवें दिन भी इस अभियान में फंसी बच्ची तक पहुंचने के लिए सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। मीणा ने कहा, “ठोस चट्टान के कारण हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चट्टान को काटना मुश्किल है, लेकिन बचाव कार्य जारी है। हमें उम्मीद है कि बच्ची को जल्द ही बचा लिया जाएगा। लगभग आधा काम पूरा हो चुका है और हम इसे कल तक पूरा करने की कोशिश करेंगे।”
बच्ची बचाने की कोशिशें जारी
राजस्थान में बोरवेल में फंसी साढ़े तीन साल की बच्ची को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है, हालांकि ठोस चट्टान को काटने में कुछ दिक्कतें आ रही हैं। NDRF अधिकारियों के अनुसार, अधिकारियों को उम्मीद है कि सोमवार तक काम पूरा हो जाएगा।
सुरंग का रास्ता चट्टानी
कोटपुतली-बहरोड़ की जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने रविवार को बताया कि बच्ची तक पहुंचने के लिए सुरंग के निर्माण में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि सुरंग का रास्ता चट्टानी है। इसके अलावा, सुरंग के ऊपर और नीचे के तापमान में बहुत ज़्यादा अंतर होने के कारण भी मुश्किलें आ रही हैं। अग्रवाल ने कहा, “हम सुरंग बना रहे हैं…चुनौती इसलिए बढ़ गई है क्योंकि सुरंग का रास्ता पथरीला है…ऊपर और नीचे के तापमान में बहुत ज़्यादा अंतर है…सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है और चर्चा की जा रही है…सबसे बढ़िया उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं…” अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार रात (26 दिसंबर) को ऑपरेशन एक अहम मोड़ पर पहुंच गया, जब बी-प्लान को लागू किया गया और बोरवेल के बगल में बने छेद में एक केसिंग पाइप उतारा गया।
लड़की को बचाने के लिए हर संभव प्रयास
NDRF राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल SDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमों सहित अधिकारी बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। एनडीआरएफ के एक कर्मी ने कहा था कि वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद लड़की को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। 23 दिसंबर को कीरतपुरा गांव में अपने पिता के खेत में खेलते समय लड़की बोरवेल में गिर गई थी।