आज प्रशांत किशोर बजाएंगे बिहार चुनाव का बिगुल, सिताबदियारा से होगा 'बिहार बदलाव यात्रा' का शुभारंभ
प्रशांत किशोर की बिहार बदलाव यात्रा का आगाज आज से
प्रशांत किशोर आज बिहार चुनाव का बिगुल बजाने जा रहे हैं। सिताबदियारा से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ की शुरुआत होगी, जो 120 दिन तक चलेगी। इस यात्रा में वे राज्य की सभी 243 सीटों का दौरा करेंगे और जनता से अपनी पार्टी के विजन और रोडमैप को साझा करेंगे। यात्रा का उद्देश्य व्यवस्था परिवर्तन और सरकार की कथित धोखाधड़ी को उजागर करना है।
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आता जा रहा है, सभी पार्टीयां अपनी अपनी कमर कसने में लगी हैं। इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बार का चुनाव इसलिए भी खास हो जाता है, क्योंकि इस बार दूसरी पार्टी को सत्ता दिलाने वाले और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर खुद अपनी पार्टी से साथ चुनावी मैदान में उतरे हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज आज से बिहार चुनाव का आगाज करने वाली है। प्रशांत किशोर आज बिहार बदलाव यात्रा की शुरूआत करने वाले हैं। इस यात्रा की शुरूआत सिताबदियारा से होने वाली है। पीके पहले ही बिहार की सभी 243 सीटों पर अकेले लड़ने का ऐलान कर चुके हैं।
पार्टी का विजन जनता को बताएंगे पीके
पीके की बिहार बदलाव यात्रा 120 दिन तक चलेगी। इस दौरान वे राज्य की सभी 243 सीटों को दौरा करेंगे। यात्रा की शुरूआत आज से छपार में सिताबदियारा से होगी। सिताबदियारा इसलिए भी खास हो जाता है क्योंकि यह लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली है। इस यात्रा में प्रशांत किशोर हर दिन दो से तीन विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे। पीके अपने पार्टी की सोच, पार्टी का रोडमैप और विजन लोगों को बताएंगे। यात्रा के दौरान वे जनसभाओं के जरिए हर सीट पर जनता से वोट की अपील करेंगे।
व्यवस्था परिवर्तन का संकल्प
हाल ही में पीके ने कहा था कि यात्रा का उद्देश्य जाति जनगणना, भूमि सर्वेक्षण और दलित महादलित समाज के विकास के मुद्दों पर बिहार सरकार द्वारा की गई कथित धोखाधड़ी को उजागर करना भी है। पिछले 35 सालों से जेपी के अनुयायी बिहार की सत्ता में हैं, लेकिन उन्होंने बिहार को बर्बाद कर दिया है। व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प को फिर से जगाने के लिए वह जेपी की जन्मस्थली से यात्रा शुरू कर रहे हैं। पीके पहले ही साफ कर चुके हैं कि उनकी पार्टी सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। चुनाव से पहले या बाद में कोई गठबंधन नहीं होगा।
पहले पदयात्रा कर चुके हैं पीके
हाल ही में हुए बिहार विधानसभा उपचुनाव में जन सुराज को बुरी हार का सामना करना पड़ा था। वह चारों सीटें हार गई थी। हालांकि एक बार फिर उसने पूरी ताकत झोंक दी है। इससे पहले 2 अक्टूबर 2022 से जन सुराज पदयात्रा के जरिए वह करीब दो साल तक बिहार का चक्कर लगा चुके हैं। इस बार यात्रा का नाम ‘बिहार बदलाव यात्रा’ है। इस यात्रा के जरिए वह पूरे राज्य का दौरा करेंगे। बिहार चुनाव के लिहाज से यह यात्रा काफी अहम मानी जा रही है।
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