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TOP 5 NEWS 02 DECEMBER : आज की 5 सबसे बड़ी खबरें

आज प्रदर्शन का सातवां दिन होने वाला है, मगर मंगलवार को किसान यूनियनों और सरकार के बीच हुई बातचीत बेनतीजा रही।

10:18 AM Dec 02, 2020 IST | Desk Team

आज प्रदर्शन का सातवां दिन होने वाला है, मगर मंगलवार को किसान यूनियनों और सरकार के बीच हुई बातचीत बेनतीजा रही।

1 – कोरोना वैक्सीन : स्पुतनिक-V के आखिरी चरण का ट्रायल शुरू
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भारत में रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-5 के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की शुरुआत हो गई है। डॉ रेड्डीज और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने भारत में स्पुतनिक-5 कोरोना टीके के लिए दूसरे और तीसरे चरण के नैदानिक ​​परीक्षणों की शुरुआत की है। कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद परीक्षण शुरू किया गया है। हैदराबाद स्थित दवा निर्माता और आरडीआईएफ ने एक संयुक्त बयान में कहा कि यह एक बहुकेंद्रीय और यादृच्छिक नियंत्रित अध्ययन होगा, जिसमें सुरक्षा और प्रतिरक्षात्मक अध्ययन शामिल होंगे। जेएसएस मेडिकल रिसर्च द्वारा क्लीनिकल रिसर्च पार्टनर के रूप में यह परीक्षण किए जा रहे हैं। वहीं, ईयू की दवा नियामक यूरोपियन मेडिसिंस एजेंसी ने कहा है कि वह 29 दिसंबर को एक बैठक बुलाएगी, ताकि यह तय किया जा सके कि फाइजर और बायोएनटेक द्वारा विकसित कोविड-19 टीके को मंजूरी देने के लिए क्या इसकी सुरक्षा और प्रभावकारिता के बारे में पर्याप्त डाटा मौजूद है।
2 – किसान आंदोलन : दिल्ली को जाम करने की कवायद तेज, अब चिल्ला बॉर्डर पर डटे किसान
आज प्रदर्शन का सातवां दिन होने वाला है, मगर मंगलवार को किसान यूनियनों और सरकार के बीच हुई बातचीत बेनतीजा रही। सिंघु बॉर्डर,  टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर के बाद अब नोएडा-दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर पर भी किसान डट गए हैं। चिल्ला बॉर्डर पर हजारों की संख्या में डटे किसानों ने प्रदर्शन किया और मंगलवार शाम से ही लोगों को जाम की परेशानी से जूझना पड़ा। चिल्ला बॉर्डर पर किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली-नोएडा मार्ग पर आने-जाने के रास्ते को बाधित कर दिया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक अलर्ट जारी कर कहा है कि अक्षरधाम मंदिर से चिल्ला बॉर्डर रोड किसान आंदोलन की वजह से बंद कर दिया गया है। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को इस रास्ते न जाने की अपील की है। दरअसल, पंजाब और हरियाणा से आए हजारों किसान अभी दिल्ली की सीमाओं पर जमे हुए हैं और वह दिल्ली में एंट्री चाहते हैं और जंतर-मंतर पर धरना देना चाहते हैं। बता दें कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, सिंघु बॉर्डर अब भी दोनों ओर से बंद है। इसके अलावा, लामपुर, औचंडी और अन्य छोटे बॉर्डर भी बंद हैं। 
3 – किसान आंदोलन : रेलवे ने रद्द की ये ट्रेनें, कई के रूट डायवर्ट
किसानों के जारी प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर रेलवे ने कुछ ट्रेनों के संचालन में कुछ बदलाव किया है। किसान आंदोलन की वजह से उत्तर रेलवे ने कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया है, वहीं कुछ ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट, शॉर्ट ओरिजिनेट और कुछ को डायवर्ट किया गया है। दो दिसंबर को खुलने वाली 09613 अजमेर-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन को रद्द कर दिया गया है। ठीक इसी तरह 3 दिसंबर को 09612 अजमेर-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन भी रद्द रहेगी। इसके अलावा, 3 दिसंबर से शुरू होने वाली 05211 डिब्रूगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस विशेष ट्रेन रद्द रहेगी। इसी तरह, 3 दिसंबर को शुरू होने वाली 05212 अमृतसर- डिब्रूगढ़ स्पेशल ट्रेन भी रद्द रहेगी। आज यानी दो दिसंबर को खुलने वाली 04650/74 अमृतसर-जयनगर एक्स्प्रेस को अमृतसर-तरनतारन-ब्यास के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा। 
4 – कानपुर की सीधी पहुंच गुजरात के तीन बंदरगाह तक, शुरू होगा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर
देश में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) पर अगले साल के अंत तक कानपुर से पालनपुर तक सीधा संचालन शुरू हो जाएगा। इससे कानपुर से गुजरात के तीन बंदरगाह सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे। अगले साल के अंत तक पूर्वी और पश्चिमी कॉरिडोर आपस में जुड़ जाएंगे और कानपुर से खुर्जा – दादरी – रेवाड़ी – पालनपुर तक का काम पूरा हो जाएगा। इसके पहले इसी महीने पूर्वी डीएफसी पर खुर्जा से भाऊपुर (कानपुर) 353 किलोमीटर के खंड पर माल गाड़ियों का संचालन शुरू हो जाएगा। साथ ही पश्चिमी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर रेवाड़ी से मदार तक के 306 किलोमीटर के खंड पर भी इसी माह संचालन शुरू होगा।  
5 – ब्रह्मपुत्र नदी पर भारत का बांध चीन के प्रभाव को कर देगा कम
चीन के ऐलान के बाद भारत भी इस पर अरुणाचल प्रदेश में बड़ा बांध बनाने की तैयारी कर रहा है। यह पूर्वोत्तर को पानी की कमी और बाढ़ जैसे खतरों से बचाएगा। इतना ही नहीं, अरुणाचल में 10 गीगावाट का हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट भी लगाने की भी योजना है। विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रह्मपुत्र पर भारत द्वारा बनाए जाने वाला बांध चीन के प्रभाव कम कर देगा। जल मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारी टीएस मेहरा ने कहा, चीनी बांध के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए अरुणाचल में बड़े बांध की जरूरत है। यह प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। गौरतलब है कि सोमवार को चीनी के मीडिया ने एक वरिष्‍ठ अधिकारी के हवाले से सूचना दी थी कि ब्रह्मपुत्र के एक भाग पर 60 गीगावाट तक हाइड्रो पावर प्रोजेक्‍ट के निर्माण हो रहा है।
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