राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस 17 अक्टूबर करेगी निर्णायक बैठक
राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों के सामने एक चुनौती सबसे प्रमुख है। इन चुनाव के लिए योग्य उम्मीदवार ढूंढ़ना ,ऐसे में किसी का राजनीतिक जींवन शुरू होगा तो वही दूसरी ओर किसी की राजनीतिक यात्रा थमने के साथ समाप्त भी हो सकती है। इन सब में रूठे वरिष्ट नेताओ को मानना भी कोई आसान कार्य नहीं होगा। बहुत से प्रभावी और पुराने नेता ऐसे होते जो पार्टी से रूठ कर कोई खास कार्य नहीं करते और सिर्फ अपने वोट के अलावा किसी अन्य को वोट नहीं करने देते। सभी पार्टी को चुनाव से पूर्व इस धर्मसंकट वाली घडी से गुजरना होता है। कांग्रेस पार्टी 25 नवंवबर को होने वाले मतदान के लिए 17 अक्टूबर को निर्णायक बैठक कर सकती है।
200 सीटों पर विधानसभा चुनाव
राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों पर मतदान होने है। राज्य में जहा एक ओर कांग्रेस सत्ता में बरकार रहने के लिए भरसक प्रयास करेगी तो वही दूसरी और भाजपा वापसी के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकेगी। साल 2018 में कांग्रेस को 101 सीटों पर जीत का आशीर्वाद मिला था। पार्टी ने अभी तक कोई भी सूची जारी नहीं की है, जबकि राज्य में विपक्ष की पार्टी में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के रन में 7 सांसदों उतारते हुए अपनी पहली सूची जारी की।
सात सांसद राजस्थान के रण में
राजस्थान में रण में सात सांसदों में बड़े नाम भी शामिल है जिनमे राजयवर्धन सिंह राठौड़ शामिल है, जो झोटवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे, दीया कुमारी विद्याधर नगर से, बाबा बालकनाथ तिजारा से, हंसराज मीना सपोटरा से और किरोड़ी लाल मीना सवाई माधोपुर से चुनाव लड़ेंगे। प्रदेश पार्टी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने रविवार को कहा कि कांग्रेस राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना चुनाव अभियान 16 अक्टूबर से "काम किया दिल से, कांग्रेस फिर से" नारे के साथ शुरू करेगी।