हिमाचल में ED का बड़ा एक्शन, कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर मारा छापा
हिमाचल प्रदेश के ऊना से लेकर कांगड़ा तक बुधवार तड़के से ही प्रवर्तन निदेशायल (ED) छापेमारी कर रहा है। ऊना में एक निजी अस्पताल में बुधवार सुबह से ही ईडी की छापेमारी जारी है। अस्पताल के वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी के अलावा आयुष्मान भारत योजना में अनियमितता की सूचना के बाद ईडी ये कार्रवाई कर रही है। अस्पताल को सुबह से ईडी ने अपने कब्जे में ले रखा है। साथ ही अस्पताल के प्रशासन से जुड़े लोगों को बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि इस पूरी छापेमारी के संदर्भ में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि या बयान जारी नहीं किया गया है। अस्पताल का नाम बांके बिहारी हेल्थ केयर बताया जा रहा है। यह अस्पताल शहर के ही एक कांग्रेस पार्टी के नेता का बताया जा रहा है।
- हिमाचल में बुधवार तड़के से ही ED छापेमारी कर रही है
- आयुष्मान योजना में अनियमितता की सूचना के बाद ED ये कार्रवाई कर रही है
- अस्पताल को सुबह से ईडी ने अपने कब्जे में ले रखा है
सुबह से ही कई ठिकानों पर छापेमारी जारी
इसके अलावा, ईडी ने नगरोटा बगवां से कांग्रेस विधायक आरएस बाली और कांग्रेस के प्रदेश कोषाध्यक्ष राजेश शर्मा के घर पर भी दबिश दी है। ईडी की लगभग 200 सदस्यों की टीम 40 गाड़ियों में हिमाचल प्रदेश पहुंची। सुबह से ही कई ठिकानों पर छापेमारी जारी है। ईडी ने कांगड़ा में कांग्रेस नेता आरएस बाली के फोर्टिस अस्पताल और राजेश शर्मा के बालाजी अस्पताल पर रेड की। इसके अलावा कांगड़ा के कई अन्य निजी अस्पतालों पर भी छापेमारी की जा रही हैं। वहीं शिमला, मंडी और कुल्लू के कई इलाकों में भी ईडी की छापेमारी की खबर है। ईडी की कार्रवाई के बाद कांग्रेस पार्टी में हलचल मची है और लोग इस बात की आशंका जता रहे हैं कि कुछ और छापेमारी हो सकती है। इस बार की छापेमारी इसलिए चर्चा में है क्योंकि ईडी के अधिकारियों की एक बड़ी टीम यहां पहुंची। टीम की सुरक्षा में बड़ी संख्या में CRPF के जवान भी शामिल हैं।
बंगाल में ED ने चलाया छापेमारी अभियान
इससे पहले राशन घोटाले मामले में बंगाल में ईडी इन्फोर्समेन्ट डायरेक्टरेट (ईडी) के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो नेताओं के आवासों समेत अन्य मिलों और कार्यालयों को मिलाकर कुल 10 स्थानों पर एक साथ छापेमारी अभियान चलाया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह कार्रवाई करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की चल रही जांच का हिस्सा है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय बलों के साथ ईडी अधिकारियों ने राजरहाट, बारासात, बशीरहाट, भांगर और देगंगा में छापेमारी की। एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘चावल और आटा मिलों के साथ-साथ ऐसे व्यवसायियों के कार्यालयों पर भी छापेमारी की गई जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से घोटाले में शामिल हैं। इनमें देगंगा के दो तृणमूल कांग्रेस नेता भी शामिल हैं, जिनकी मिलों की तलाशी ली जा रही है।’’ ईडी घोटाले में कथित भूमिका के लिए राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक (पूर्व खाद्य मंत्री) को गिरफ्तार कर चुकी है।
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