विदेश मंत्री एस जयशंकर मालदीव दौरे पर, अपने समकक्ष मूसा जमीर से की मुलाकात
विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार शाम तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मालदीव पहुंचे। यहां मालदीव के विदेश मंत्री जमीर ने वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। माले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने समकक्ष मूसा जमीर के साथ सुरक्षा, व्यापार और डिजिटल सहयोग पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से स्ट्रीट लाइटिंग, मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों की स्पीच थेरेपी और विशेष शिक्षा के क्षेत्रों में छह परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
- विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मालदीव पहुंचे
- यहां मालदीव के विदेश मंत्री जमीर ने वेलाना हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया
- माले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने डिजिटल सहयोग पर चर्चा की
मूसा जमीर के साथ हुई सार्थक चर्चा
विदेश मंत्री जयशंकर ने शुक्रवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "आज माले में विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ सार्थक चर्चा हुई। इस एजेंडे में विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार और डिजिटल सहयोग में हमारी भागीदारी शामिल थी। इसके अलावा स्ट्रीट लाइटिंग, मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों की स्पीच थेरेपी और विशेष शिक्षा के क्षेत्रों में 6 उच्च प्रभाव वाली परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया गया।”
समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर
उन्होंने बताया कि मालदीव में डिजिटल भुगतान प्रणाली शुरू करने के लिए भारत के राष्ट्रीय भुगतान निगम और मालदीव के आर्थिक विकास और व्यापार मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। अतिरिक्त 1000 सिविल सेवा अधिकारियों के प्रशिक्षण पर राष्ट्रीय सुशासन केंद्र और सिविल सेवा आयोग के बीच समझौता ज्ञापन के नवीनीकरण का स्वागत किया। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जनवरी 2023 में मालदीव का दौरा किया था। विदेश मंत्री ने अपने आगमन के बाद एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मालदीव पहुंचकर खुशी हुई। हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए विदेश मंत्री मूसा जमीर का धन्यवाद। मालदीव 'नेबरहुड फर्स्ट' और 'सागर' के हमारे दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। नेतृत्व के साथ सार्थक बातचीत की आशा है।" विदेश मंत्री जयशंकर ने 9 मई को ज़मीर के साथ अपनी बैठक के दौरान कहा कि हमारे सहयोग ने साझा गतिविधियों, उपकरण प्रावधान, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के माध्यम से आपके देश की सुरक्षा और भलाई को भी बढ़ाया है। दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंध हमारे साझा हित में है। दोनों पड़ोसी देशों के बीच हालिया खटास के बावजूद, भारत ने मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडे सहित आवश्यक वस्तुओं का निर्यात जारी रखा था।