अमेरिका में इजरायल विरोधी प्रदर्शन पर भारत का बयान, कई छात्र हुए गिरफ्तार
अमेरिका में इजरायल विरोधी प्रदर्शन भड़क उठे हैं। कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस विरोध प्रदर्शन से निपटने के लिए अमेरिकी सरकार ने कई कड़े कदम उठाए है। अमेरिका में कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों का प्रदर्शन दिन पर दिन काफी तेज हो रहा है। ये प्रदर्शन इजरायल के खिलाफ और फिलीस्तीन के समर्थन में हो रहे हैं। वैसे तो छात्रों का प्रदर्शन कई दिनों से चलता आ रहा है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई के बाद छात्र भड़क उठे हैं।हालात तब और बिगड़ गए जब सदर्न कैलिफोर्निया कैम्पस में सैकड़ों छात्र टेंट लगाकर प्रदर्शन कर रहे थे, तभी कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों और यूनिवर्सिटी के सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के बीच झड़प हो गई। जिसके बाद हालात हो काबू करने के लिए पुलिस को भी बुलाना पड़ गया।
क्या है प्रदर्शनकारी छात्रों की मांगें
कॉलेज और यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन कर रहे हजारों छात्रों ने गाजा में स्थायी सीजफायर की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका की और से इजरायल को दी जा रही सैन्य सहायता पर रोक लगाने की मांग की है। प्रदर्शनकारी फिलीस्तीन समर्थक और इजरायल विरोधी बताए जा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रदर्शन में सिर्फ छात्र नहीं बल्कि फैकल्टी भी शामिल हैं। दावा है कि प्रदर्शनकारियों में यहूदी और इस्लाम को मानने वाले छात्र भी हैं।
विरोध प्रदर्शन में शामिल कोलंबिया समेत कई यूनिवर्सिटी के सैकड़ों छात्रों को निलंबित कर दिया गया है। कोलंबिया में 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी से पहले इन्हें कई बार चेतावनी भी दी गई थी। न्यूयॉर्क पुलिस ने बताया कि न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से 120 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रदर्शन पर बाइडेन और नेतन्याहू का बयान
अमेरिका में इजरायल विरोधी प्रदर्शनों को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खतरनाक बताया। उन्होंने इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही नेतन्याहू ने इन प्रदर्शनों की तुलना नाजी जर्मनी से कर दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसकी तुलना आतंकवादियों की भाषा से की है। बाइडेन ने मीडिया से बात करने हुए न सिर्फ इजरायल विरोधी प्रदर्शनकारियों की निंदा की, बल्कि उन लोगों की भी आलोचना की जिन्हें ये नहीं पता कि फिलिस्तीन में क्या चल रहा है।
प्रदर्शन पर भारत का बयान
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी और सुरक्षा व्यवस्था के बीच संतुलन होना चाहिए। रणधीर ने अमेरिका पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम सभी को इस बात से आंका जाता है कि हम घर में क्या करते हैं, न कि इस आधार पर कि हम विदेश में क्या करते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि इंडियन एंबेसी भारतीय छात्रों के साथ संपर्क में है।