देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Advertisement
श्रावण मास का आज शिवरात्रि पर्व है। बड़ी संख्या में कांवड़िये और शिव भक्त मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ का जलाभिषेक कर रहे हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात है। पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के निर्देशानुसार डीसीपी ट्रैफिक यमुना प्रसाद ने शिव रात्रि पर्व के मद्देनजर यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए यातायात पुलिस के साथ परी चौक का दौरा किया। उन्होंने संबंधित यातायात कर्मी को यातायात बाधित न होने देने के संबंध में निर्देश जारी किए।
इसी क्रम में ADCP नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने साथ पुलिस बल के साथ शिव रात्रि पर्व को देखते हुए थाना फेस 1 इलाके में चिल्ला बॉर्डर पर कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के लिए मार्च किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि कांवड़ यात्रियों के सकुशल गंतव्य तक पहुंचने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था, पीसीआर, पीआरवी वाहनों द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए। आज मंदिरों में शिव भक्तों की लंबी-लंबी कतारें सुबह से ही लगनी शुरू हो गई हैं। सभी शिव भक्त और कांवड़िये भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं। जिसको देखते हुए पुलिस ने मंदिरों के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है।
मंदिर के पास पहुंचने वाले रास्तों पर डायवर्सन भी किया गया है। हरिद्वार से जल लेकर आने वाले कांवड़िये सीधे मंदिर पहुंच रहे हैं और गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया जा रहा है। आज का यह पावन पर्व श्रावण मास के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। इस पूरे सावन महीने में अपनी मनोकामना को लेकर कांवड़िए गंगाजल लेने हरिद्वार जाते हैं और वहां से गंगाजल लेकर वापस अपने मंदिर पहुंचकर शिव शंकर का जलाभिषेक करते हैं। सावन महीने के चतुर्दशी तिथि को सावन की शिवरात्रि मनाई जाती है। इसका महत्व भी सावन के सोमवार के बराबर ही माना जाता है। इस बार सावन की शिवरात्रि 2 अगस्त दिन शुक्रवार को मनाई जा रही है। इस दिन व्रत रखने के साथ भगवान शिव के पूजा का विधान है। सावन शिवरात्रि हर साल सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मनाई जाती है। इस दिन कावंड़ यात्रा (Kanwar yatra) का समापन भी होता है। सावन शिवरात्रि तिथि 2 अगस्त 2024 को दोपहर 03.26 मिनट से शुरू होगी और 3 अगस्त 2024 को दोपहर 03.50 मिनट पर समाप्त होगी। सावन शिवरात्रि पर मिट्टी के शिवलिंग बनाकर पूजा करें। सुबह स्नान के बाद सफेद रंग के वस्त्र पहने और जल, दूध, दही, घी की धारा बनाकर शिव का अभिषेक करें। फिर गन्ने के रस की धारा शिवलिंग पर अर्पित करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करते रहें। बेलपत्र, धतूरा चढ़ाएं. खीर का भोग लगाएं. शिव चालीसा का पाठ करें. अगले दिन मिट्टी के शिवलिंग को जल में प्रवाहित कर दें।