22 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत : शिवनगरी काशी में तैयारी पूरी, प्रवेश के लिए नए रास्तों का इंतजाम
22 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हो रही है। इसको लेकर प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश के लिए दो-तीन नए रास्तों का प्रावधान किया गया है।
शिवनगरी में श्रावण को लेकर सभी तैयारियां अंतिम चरण में
वाराणसी में श्रावण की तैयारी को लेकर मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि शिवनगरी में श्रावण को लेकर सभी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। सोमवार से श्रावण की शुरुआत हो रही है, जो सोमवार की तैयारी होती है, वो विशेष होती है। सोमवार को ही श्रद्धालु सबसे ज्यादा दर्शन करते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि इस बार मंदिर में प्रवेश के लिए दो-तीन नए रास्तों को चालू करवाया गया है। सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है। वायरलेस वॉकी-टॉकी सेट बढ़ाए गए हैं। इसको लेकर अधिकारियों की ब्रीफिंग की गई है।
पिछली बार की तुलना में इस बार श्रावण को लेकर ज्यादा व्यवस्था की गई
कौशल राज शर्मा ने कहा कि पिछली बार की तुलना में इस बार श्रावण को लेकर ज्यादा व्यवस्था की गई है। अधिक से अधिक लोग मंदिर के अंदर ही रहें और सड़कों पर कम से कम लाइने लगे, उसकी व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं के लिए छाया की व्यवस्था कराई जा रही है। इसके अलावा पेयजल, ओआरएस और मेडिकल की व्यवस्था भी की गई है।
मीट की दुकानें रहेंगी बंद
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि कांवड़ मार्गों का निरीक्षण किया गया है। जिन मार्गों पर साफ-सफाई की जरूरत है। सड़कों में गड्ढे हैं, उनसे संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के साथ भी इस संबंध में बैठक हो गई है। जिन रास्तों से कांवड़ियां गुजरेंगे, वहां मीट की दुकानें बंद रहेंगी।
श्रद्धालुओं के लिए पानी, शौचालय और मेडिकल जैसी सुविधाओं की व्यवस्था
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि कांवड़ियों को यात्रा के दौरान कोई समस्या नहीं हो, इसका भी खास ख्याल रखा जा रहा है। प्रयागराज, जौनपुर, आजमगढ़ रूट पर पुलिस की तीन-तीन चौकियां बनाई जा रही हैं। उन मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिए पानी, शौचालय और मेडिकल जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।