W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

Haryana के शहीद Nishant Malik को श्रद्धांजलि, बहन को मिला सरकारी नौकरी का तोहफा

हरियाणा सरकार ने शहीद निशांत मलिक की बहन को दी J.E. की नौकरी

11:20 AM Mar 07, 2025 IST | Vikas Julana

हरियाणा सरकार ने शहीद निशांत मलिक की बहन को दी J.E. की नौकरी

haryana के शहीद nishant malik को श्रद्धांजलि  बहन को मिला सरकारी नौकरी का तोहफा

हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आज बहुत ही गौरव की बात है कि हरियाणा राज्य के हिसार जिले के गांव रामायण ढंढेरि के सिपाही आर. एफ.एन. श्री निशांत मलिक 11.08.2022 को उग्रवादियों के साथ पुंछ राजौरी में युद्ध करते हुए 11.08.2022 को शहीद हो गये।

इनका जन्म 2001 में हुआ तथा मात्र 19 वर्ष की आयु में ही 28.02.2020 को इन्होंने भारतीय सेना में ज्वॉईन किया तथा 2 वर्ष 5 महीने 2 दिन परल गांव पुंछ राजौरी, जम्मू कश्मीर में देश के लिए उत्कृष्ट सेवा प्रदान की। हरियाणा सरकार ने शहीदों का सम्मान सदा ही किया है तथा उनके सम्मान में उनकी बहन कुमारी नीरज को लोक निर्माण विभाग में जे.ई. (सिविल) के पद पर नियुक्त किया है, जिसका नियुक्ति पत्र देने के लिए आज हम यहां पर इक्टठ् हुये हैं।

यह भी बड़े गौरव की बात है कि सिपाही निशांत मलिक के पिता श्री जयवीर ने भी 28.11.1984 को भारतीय सेना में सिपाही के पद पर ज्वॉईन किया था तथा 31 जून 2002 को 18 वर्ष की सेवा उपरान्त सम्मान सहित हवलदार पद से सेवानिवृत हुए। उनका अदम्य साहस इस बात का प्रतीक है कि 04.08.1999 को अपनी कब्जाई हुई जमीन छुड़ाने के लिए इनकी टीम ने दुश्मन पर अटैक किया था, जिस मुठबेड़ में इनकी बाजू में गोली लगी थी व पैरों में ग्रेनेड के स्पलैन्डर लगे थे। श्री जयवीर कारगिल युद्ध में घायल उत्कृष्ट सैनिकों में से एक है।

हिसार में एसपीओ ने बेटे-बहू को मारी गोली, खुद फांसी लगाई

सिपाही शहीद निशांत मलिक की माता श्रीमती राजबाला गृहिणी के तौर पर पूरे परिवार को अच्छी तरह से संभालती हैं तथा अपने बेटे और बेटी दोनों को योग्य बनाया जिसका श्रेय इनको जाता है। शहीद श्री निशांत मलिक की दादी श्रीमती माया देवी 84 वर्ष की उम्र में भी देश के प्रति निष्ठा व जज्बा रखती है। यह एक किसान परिवार है जो खेती-बाड़ी भी करता है जिसको मैं निजी तौर पर जानता हूं तथा मेरे बेटे संजीव गंगवा ने कुमारी नीरज को ओम इंस्टीट्यूट हिसार में पढ़ाने का गौरव भी प्राप्त किया है।

इस शहीद व सैनिक परिवार को मैं हृदय से नमन करता हूं तथा शुभकामनाएं देता हूँ तथा माननीय ओजस्वी, तेजस्वी श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी जी व अपनी ओर से नमन करता हूँ व शुभकामनाएं देता हूँ। यह परिवार खूब फले-फूले जहां कहीं भी सरकार की तरफ से व मेरी तरफ से किसी भी प्रकार की कोई अपेक्षा व जरूरत महसूस हो तो मुझे कहीं भी सम्पर्क कर सकते हैं। मैं एक बार फिर से शहीद श्री निशांत मलिक को आदरपूर्वक नमन करता हूँ, श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूँ कि उन्होंने देश, प्रदेश, जिला व अपने कुल व गौत्र का नाम ऊंचा किया है और मैं तो यही कहूंगा कि शहीद श्री निशांत मलिक अमर रहे।

”शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा।”

फिर से कुमारी नीरज को शुभकामनाएं, वे आगे बढ़े, तरक्की करें और ऊंचे से ऊंचे पद पर प्रतिष्ठित हो ।

यही मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।

Advertisement
Advertisement W3Schools
Author Image

Vikas Julana

View all posts

Advertisement
×