Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

हेलसिंकी में राष्ट्रपति पुतिन से मिले ट्रंप कहा- फीफा विश्व कप के सफल आयोजन पर दी बधाई

NULL

07:57 PM Jul 16, 2018 IST | Desk Team

NULL

नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन की सोमवार को पहली बार द्विपक्षीय मुलाकात हुई। ट्रम्प ने पुतिन से कहा- शानदार वर्ल्डकप के लिए बधाई दी, ये अब तक का सबसे बेहतरीन वर्ल्डकप था। रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा, “हमारे पास बात करने के लिए कई अच्छी चीजें हैं। हम व्यापार से सैन्य तक, मिसाइलों से परमाणु से चीन तक हर मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं। हम चीन, और अपने पारस्परिक मित्र, राष्ट्रपति शी के बारे में भी कुछ बात करेंगे।

मुझे लगता है कि हमारे पास एकसाथ बेहतरीन मौक हैं। पिछले कुछ सालों में हमारे रिश्ते कुछ ठीक नहीं रहे। मुझे लगता है कि हमारे रिश्ते अब असाधारण होने वाले हैं।” इस मुलाकात के दौरान दोनों राष्ट्रपति के बीच ईरान, सीरिया, अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप और यूक्रेन मुद्दे पर बातचीत हो सकती है। दोनों नेताओं की यह पहली औपचारिक वार्ता है। दोनों नेताओं के बीच कुछ समानताएं हैं। जैसे दोनों अपने देश को एक बार फिर से महान बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

दोनों के ही काम करने का तरीका लगभग तानाशाह जैसा है। इसके अलावा युवावस्था में दोनों हिंसक प्रवृत्तियों में शामिल रहे हैं। बता दें कि ट्रंप ने पिछले महीने सिंगापुर में उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से ऐतिहासिक मुलाकात की थी। बता दें कि फिनलैंड नाटो का हिस्सा नहीं है। साल 1995 में फिनलैंड यूरोपिय संघ में शामिल तो हुआ था लेकिन सैन्य गठबंधन का हिस्सा नहीं बना। इसी वजह से दोनों देशों के लिए हेलसिंकी एक निष्पक्ष स्थल है। विमान के जरिए मॉस्को से इसकी दूरी केवल 2 घंटे की है। ऐसे में फीफा के फाइनल के बाद पुतिन के लिए यहां पहुंचना आसान था।

ट्रंप के सामने अमेरिकी चुनाव के दौरान हुए रूस के हस्तक्षेप मामले को पुतिन के सामने उठाने का दबाव है। 2014 में क्राइमिया पर रूस के कब्जे के बाद से अमेरिकी और अन्य देशों ने मॉस्को पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए थे। ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वह क्राइमिया को रूसी क्षेत्र के तौर पर मान्यता दे सकते हैं। एक तरफ जहां रूस लगातार सीरिया के राष्ट्रपति का समर्थन कर रहा है। वहीं ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद वहां हवाई हमलों का आदेश दे दिया था। माना जा रहा है कि सीरिया के मुद्दे पर दोनों देशों में आम सहमित बन सकती है।

Advertisement
Advertisement
Next Article