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लुधियाना सामूहिक बलात्कार मामले में 2 आरोपी गिरफ्तार

पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ने कहा कि अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में जगरूप सिंह और सादिक अली शामिल हैं। दोनों आरोपी लुधियाना के निवासी हैं।

03:53 PM Feb 13, 2019 IST | Desk Team

पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ने कहा कि अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में जगरूप सिंह और सादिक अली शामिल हैं। दोनों आरोपी लुधियाना के निवासी हैं।

पंजाब पुलिस ने लुधियाना जिले में एक 21 वर्षीय युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म करने के लिए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की विभिन्न टीमों द्वारा कई स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं।

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पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रणबीर खटरा ने कहा कि अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में जगरूप सिंह और सादिक अली शामिल हैं। दोनों आरोपी लुधियाना जिले के निवासी हैं। खटरा ने कहा कि पुलिस जांच में पता चला है कि नौ फरवरी की रात युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म में छह लोग शामिल थे। यह उस समय हुआ जब वह अपने पुरुष मित्र के साथ कार से नहर के किनारे से गुजर रही थी।

पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उसके और उसके दोस्त पर हमला करने और अपहरण करने के बाद करीब 10 लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। दोनों को उनकी कार में लुधियाना जिले के इस्सेवल इलाके में एक सुनसान जगह पर ले जाया गया और युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया जबकि उसके दोस्त को बंधक बना लिया गया था।

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापे मारे जा रहे हैं। इनमें अजय कुमार, सैयद अली, सूरमा और एक अन्य (अभी तक पहचान नहीं हुई है लेकिन सूरमा का रिश्तेदार है) शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सभी संदिग्ध 25 से लेकर 30 साल के आयु वर्ग के हैं।

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। खटरा ने पहले स्वीकार किया था कि स्थानीय पुलिस द्वारा इस मामले से निपटने में चूक हुई जिसके कारण यह भयावह अपराध हुआ। सहायक सब-इंस्पेक्टर विजय रतन को ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया गया था क्योंकि वह इस मामले की गंभीरता से जांच करने में नाकाम रहे थे और इस घटना की शिकायत मिलने पर उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में जानकारी नहीं दी थी।

आरोपियों ने दुष्कर्म पीड़िता के एक दोस्त को फोन किया था और दो लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। मित्र ने फोन कॉल के बाद पुलिस से संपर्क किया, लेकिन पुलिस ने तत्काल कार्रवाई नहीं की। पीड़िता और उसके दोस्त ने रविवार को आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

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