Udaipur Taylor Massacre : राहुल ,मायावती सहित कई नेताओं ने की उदयपुर में दर्जी की हत्या की निंदा
बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने राजस्थान में उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में दो व्यक्तियों द्वारा एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या किए जाने की घटना की मंगलवार को कड़ी निंदा करते हुए सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।
12:35 AM Jun 29, 2022 IST | Shera Rajput
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि धर्म के नाम पर क्रूरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
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उदयपुर की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मैं उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर क्रूरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस क्रूरता से आतंक फैलाने वालों को तुरंत दंडित किया जाना चाहिए।
शांति बनाए रखने की अपील करते हुए उन्होंने ट्वीट में लिखा, हम सभी को एक साथ नफरत को हराना है। मैं सभी से अपील करता हूं कि कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें।
राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का सोशल मीडिया पर कथित रूप से समर्थन करने के आरोप में एक दर्जी का सिर कलम कर दिया गया।
दोनों हमलावरों ने इस घटना को कैमरे में भी रिकॉर्ड किया और एक अन्य वीडियो पोस्ट में कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लिया। बाद में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस भीषण घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए निंदा पर्याप्त नहीं है।
उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, इस हिंसक घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। धर्म के नाम पर नफरत और हिंसा फैलाने वाले मंसूबे हमारे देश और समाज के लिए घातक हैं।
उन्होंने कहा, हमें मिलकर शांति और अहिंसा के प्रयासों को मजबूत करना है।
बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने राजस्थान में उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में दो व्यक्तियों द्वारा एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या किए जाने की घटना की मंगलवार को कड़ी निंदा करते हुए सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा ‘राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की आज की गई नृशंस हत्या अति-दुखद, इसकी जितनी भी निन्दा व भर्त्सना की जाए वह कम है। सभी से संयम बरतने व शान्ति-व्यवस्था बनाये रखने की अपील।’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा ‘राजस्थान की सरकार दोषियों को सख्त कानूनी सजा दिलाना सुनिश्चित करने के साथ-साथ हालात को सामान्य बनाए रखने के लिए सभी ज़रूरी कदम तत्काल उठाए।’
पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने उदयपुर की घटना की निंदा की है और कहा है कि यह अपराध सबसे जघन्य है और कोई भी धर्म इसे मंजूरी नहीं देता है।
खुर्शीद ने कहा, उदयपुर में सबसे जघन्य और खेदजनक है, भले ही उकसावे की वजह से की गई हो। हम अपने देश को इस अमानवीय तरीके से अलग नहीं होने दे सकते। कोई भी धर्म इंसानों को मारने की मंजूरी नहीं देता है। आइए हम विश्वास की सकारात्मकता की पुष्टि करें।’
असदुद्दीन ओवेसी ने इस संबंध में ट्वीट के जरिए लिखा है,‘‘उदयपुर में हुयी क्रूर हत्या निंदनीय है। ऐसी हत्या को कोई डिफेंड नहीं कर सकता। हमारी पार्टी का मुसलसल स्टैंड यही है कि किसी को भी कानून को अपने हाथों में लेने का हक नहीं है। हमने हमेशा हिंसा का विरोध किया है। हमारी सरकार से मांग है कि वो मुजरिमों के खिलाफ सख्त सख्त से एक्शन लें। विधि शासन को कायम रखना होगा।‘’
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्य सरकार पर उसकी शह के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद एवं हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
श्रीमती राजे ने उदयपुर में दिन दहाड़े अपनी दुकान पर काम कर रहे एक व्यक्ति की हत्या कर देने के मामले को लेकर आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि उदयपुर में एक निर्दोष युवक की दिन दहाड़े निर्मम हत्या से स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार की शह के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है और प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद एवं हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि अपराधी इतने बैखोफ हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर हिंसक बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि घटना में लिप्त सभी अपराधियों को सख्त सजा मिले और इस घटना के पीछे जिन लोगों का हाथ है। राज्य सरकार को उन्हें भी बेनकाब कर गिरफ़्तार करना चाहिए।
राज्य के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने एक बयान में कहा कि यह घटना दर्शाती है कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में आईएसआईएस और तालिबानी मानसिकता का पोषण हो रहा है। पूर्व भाजपा नेता नुपुर शर्मा का समर्थन करने पर समुदाय विशेष के तत्वों ने जिस नृशंस तरीके से कन्हैयालाल नाम के व्यक्ति की हत्या कर वीडियो सार्वजनिक किया है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस के संरक्षण में देश, प्रदेश और समाज सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वीभत्स घटना के हत्यारों को ऐसी सजा दी जाना चाहिए, जो उदाहरण बन जाए।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता लोकेन्द्र पाराशर ने इस घटना के बाद सिलसिलेवार ट्वीट किए हैं। श्री पाराशर ने लिखा है,‘‘वीडियो बनाकर दुर्दांत कत्ल करना, यह आईएसआईएस या तालिबान का तरीका है।…..अब कौन दुकानदार ग्राहक पर भरोसा करेगा…..गेहलोत ने राजस्थान को तुष्टिकरण से तालिबानीकरण तक पहुंचाया है। करौली के दरिंदों को शह नहीं देते तो आज उदयपुर नहीं होता। शर्म करो, डूब मरो।…..शब्द ही नहीं सूझ रहे।‘’ इस घटना को लेकर भाजपा के अन्य नेताओं की भी तीखी प्रतिक्रियाएं देर रात आयीं। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट के जरिए कहा कि हर प्रकार की हिंसा निंदनीय है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। उन्होंने इस घटना के संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के ट्वीट भी रीट्वीट किए हैं।
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट के जरिए रात्रि में कहा कि आईएसआईएस की तरह एक निर्दोष का गला रेता जाना बताता है कि कश्मीर, केरल, पश्चिम बंगाल के बाद अब राजस्थान भी कट्टरपंथियों का गढ़ बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि दहशतगर्दों से निपटने में राजस्थान सरकार अकर्मण्य साबित हो रही है। मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने लगता है कि दंगाइयों के सामने घुटने टेक दिए हैं। ऐसे मुख्यमंत्री को पद पर रहने का अधिकार नहीं है। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
गृह मंत्री ने यह भी कहा है कि मध्यप्रदेश में शांति का माहौल है, लेकिन घटना की गंभीरता को देखते हुए आला पुलिस अधिकारियों को कानून व्यवस्था पर निगाह रखने के निर्देश दिए गए हैं।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने उदयपुर में एक व्यक्ति की निर्मम हत्या को दुर्भाज्ञपूर्ण एवं निंदनीय बताया है।
श्री मिश्र ने आमजन से शांति, संयम एवं सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की है। उल्लेखनीय है कि उदयपुर में आज दो व्यक्तियों ने एक दर्जी की उसकी दुकान में कपड़ नपवाने के बहाने घुसकर धारदार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी।
गौरतलब है कि राजस्थान के उदयपुर शहर के धानमंडी इलाके के भूत महल क्षेत्र में रहने वाले कन्हैयालाल नामक दर्जी की दुकान पर मोटरसाइकिल से दो मुस्लिम युवक नाप देने के बहाने आए और अचानक धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया इस घटना में कन्हैयालाल की मौके पर ही मौत हो गई। हमले के दौरान बीच-बचाव करने आया उसका साथी ईश्वर सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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