Ukraine crisisः रूस के सैन्य हमलें के खिलाफ लड़ने को विदेश से यूक्रेन आ रहे हैं पुरुष
यूक्रेन के खिलाफ रूस का सैन्य अभियान लगातार जारी है। इसी बीच जहां हजारों लोग यूक्रेन छोड़ रहे हैं, वहीं कुछ यूक्रेनी पुरुष और महिलाएं अपनी मातृभूमि की रक्षा में मदद करने के लिए पूरे यूरोप से स्वदेश लौट रही हैं..
06:12 PM Feb 27, 2022 IST | Desk Team
यूक्रेन के खिलाफ रूस का सैन्य अभियान लगातार जारी है। इसी बीच जहां हजारों लोग यूक्रेन छोड़ रहे हैं, वहीं कुछ यूक्रेनी पुरुष और महिलाएं अपनी मातृभूमि की रक्षा में मदद करने के लिए पूरे यूरोप से स्वदेश लौट रही हैं। दक्षिणपूर्वी पोलैंड के मेदिका सीमा चौकी पर ऐसे कई नागरिक रविवार तड़के यूक्रेन में प्रवेश करने के लिए कतार में खड़े दिखे। यूक्रेन में प्रवेश करने के लिए चौकी पर खड़े यूक्रेन के करीब 20 ट्रक चालक के एक समूह के आगे खड़े मूंछ वाले एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘हमें अपनी मातृभूमि की रक्षा करनी है। अगर हम नहीं करेंगे तो और कौन करेगा।’’ ये सभी यूरोप से यूक्रेन लौटे थे।
30 साल की एक महिला ने अपने उपनाम के बिना अपना नाम लीजा बताया
समूह में शामिल एक अन्य व्यक्ति ने कहा: ‘‘रूसियों को डरना चाहिए। हमें डर नहीं है।’’ समूह के सदस्यों ने अपनी एवं परिवार की सुरक्षा के चलते अपना नाम बताने से इनकार कर दिया। 30 साल की एक महिला ने अपने उपनाम के बिना अपना नाम लीजा बताया। उसने जांच चौकी में प्रवेश करने से पहले ‘एपी’ से बात की। महिला ले कहा, ‘‘मुझे डर है, लेकिन मैं एक मां हूं और अपने बच्चों के साथ रहना चाहती हूं। आप क्या कर सकते हैं? यह खतरे से भरा है लेकिन मुझे करना होगा।’’
यूक्रेन के पुरुष देश की रक्षा के लिए जा सकें
एक अन्य युवती ने कहा कि वह भी अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए लौट रही है, ताकि यूक्रेन के पुरुष देश की रक्षा के लिए जा सकें। उसने कहा, ‘‘हमें करना होगा, हम यूक्रेन के लोगों को अपने बच्चों को दूर ले जाना होगा … ताकि पुरुष लड़ सकें।’’ संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, यूएनएचसीआर ने शनिवार को कहा कि रूसी आक्रमण के मद्देनजर कम से कम 150,000 लोग यूक्रेन से पोलैंड और अन्य पड़ोसी देशों में भाग गए हैं। इसने यूक्रेन जाने वालों के आंकड़े नहीं दिए।
30 साल की एक महिला ने अपने उपनाम के बिना अपना नाम लीजा बताया
समूह में शामिल एक अन्य व्यक्ति ने कहा: ‘‘रूसियों को डरना चाहिए। हमें डर नहीं है।’’ समूह के सदस्यों ने अपनी एवं परिवार की सुरक्षा के चलते अपना नाम बताने से इनकार कर दिया। 30 साल की एक महिला ने अपने उपनाम के बिना अपना नाम लीजा बताया। उसने जांच चौकी में प्रवेश करने से पहले ‘एपी’ से बात की। महिला ले कहा, ‘‘मुझे डर है, लेकिन मैं एक मां हूं और अपने बच्चों के साथ रहना चाहती हूं। आप क्या कर सकते हैं? यह खतरे से भरा है लेकिन मुझे करना होगा।’’
यूक्रेन के पुरुष देश की रक्षा के लिए जा सकें
एक अन्य युवती ने कहा कि वह भी अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए लौट रही है, ताकि यूक्रेन के पुरुष देश की रक्षा के लिए जा सकें। उसने कहा, ‘‘हमें करना होगा, हम यूक्रेन के लोगों को अपने बच्चों को दूर ले जाना होगा … ताकि पुरुष लड़ सकें।’’ संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, यूएनएचसीआर ने शनिवार को कहा कि रूसी आक्रमण के मद्देनजर कम से कम 150,000 लोग यूक्रेन से पोलैंड और अन्य पड़ोसी देशों में भाग गए हैं। इसने यूक्रेन जाने वालों के आंकड़े नहीं दिए।
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