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केंद्रीय मंत्री ने किया देशी गोवंश संवर्धन एवं संरक्षण केंद्र का शिलान्यास

बढ़ाकर 2 लाख लीटर प्रतिदिन के संकलन का भी लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस दूध उत्‍पादक कंपनी में 50 प्रतिशत से अधिक किसान महिलाएं हैं।

07:11 PM Mar 09, 2019 IST | Desk Team

बढ़ाकर 2 लाख लीटर प्रतिदिन के संकलन का भी लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस दूध उत्‍पादक कंपनी में 50 प्रतिशत से अधिक किसान महिलाएं हैं।

बेतिया : पश्चिम चंपारण जिला के मझौलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र माधोपुर में आज देशी गोवंश संवर्धन एवं संरक्षण केंद्र का शिलान्यास केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री सिंह ने कहा कि बेतिया में देसी नास्लों के गौ संरक्षण एवं संवर्धन केंद्र की स्थापना राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत की जा रही है। इसके लिए 6.64 करोड़ रूपये की राशि आबंटित की गयी है।

इसमें 100 फ़ीसदी भारत सरकार अंशदान है।यहां पर अत्याधुनिक उत्कृष्ट उच्च अनुवांशिक क्षमता युक्त 100 गायों के लिए शेड, हीफर शेड,पशु औषधालय, बछड़ा-बछड़ी शेड के साथ यहां पर उच्चय अनुवांशिक क्षमता युक्त 100 साहीवाल गायों को रखा जायेगा। यह देश का अत्याधुनिक पशु प्रजनन केंद्र होगा जो केंद्र एक वर्ष में बनकर तैयार होगा। इससे अधिक दुग्ध उत्पादन वाले देशी नस्लों जैसे साहीवाल के सांडों का उत्पादन होगा और दुग्ध उत्पादन में तेजी से वृद्धि होगी।

श्री सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र में व्‍यापक स्‍तर पर काम करते हुए मुझे यह जानकारी प्राप्‍त हुई है कि यहां के किसान समर्थ और प्रतिबद्ध हैं लेकिन बाजार की संस्‍थागत पहुंच और उत्‍पादन वृद्धि के लिए सामग्रियों के अभाव में डेरी के विकास से अछूते रह गए हैं। इसी उद्देश्य से पहले चरण में उत्‍पादक संस्‍थाओं में किसानों को सम्मिलित करने और आधुनिक डेरी प्रक्रियाओं की उन्‍हें पहुंच उपलब्‍ध कराने हेतु किसान उत्‍पादक कंपनी का गठन किया गया और इसका नाम राष्‍ट्रपिता के नाम से ‘’बापूधाम दूध उत्‍पादक कंपनी’’ रखा गया। बहुत ही कम समय में बापूधाम दूध उत्‍पादक कंपनी से इस क्षेत्र में बदलाव आया है।

उनके उत्‍पाद के लिए निश्चित बाजार की पहुंच और लाभप्रद मूल्‍य वाली दूध संकलन की पारदर्शी प्रणाली की उपलब्‍धता के फलस्‍वरूप किसानों की आय में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि आज इस परियोजना से लगभग 900 गांवों में लगभग 33,000 से अधिक किसानों को सीधा लाभ मिला है। वित्‍तीय समावेशन की सरकारी नीति के अनुसार सभी भुगतान सीधे किसानों के बैंक खातों में किए जा रहे हैं।इस व्‍यवस्‍था से बिचौलियों का अंत के साथ किसानों को मिलने वाले लाभप्रद मूल्‍य में वृद्धि हुई है।

श्री सिंह ने कहा कि बापूधाम दूध उत्‍पादक कंपनी के अंतर्गत यहां के लगभग 1250 गांवों को तथा वर्तमान के 33,000 से 50,000 किसानों को शामिल करने का लक्ष्य है ।इसके साथ ही वर्तमान में 70,000 लीटर प्रतिदिन के दूध संकलन को बढ़ाकर 2 लाख लीटर प्रतिदिन के संकलन का भी लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस दूध उत्‍पादक कंपनी में 50 प्रतिशत से अधिक किसान महिलाएं हैं।

हमारी सरकार की पहल यह है कि हम अधिक से अधिक माताओं और बहनों को यह वित्‍तीय समावेश उपलब्‍ध कराएं।यहां पर मदर डेरी के दूध प्रसंस्‍करण संयंत्र जिसे एनडीडीबी के द्वारा स्थापित किया गया हैlउक्त अवसर पर बेतिया सांसद डॉ.संजय जायसवाल, विधायक नारायण प्रसाद,प्रकाश राय,पूर्व विधायक रेणु देवी,सदसय ,भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद,नई दिल्ली अखिलेश सिंह, कुलपति डॉ.राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा,समस्तीपुर कुलसचिव डॉ.रवि नंदन,निदेशक प्रसार प्रशिक्षण डॉ.के.एम.सिंह, प्रभारी बैज्ञानिक डॉ रेयाज अहमद, डॉ टी पी महतो, डॉ सुनीता कुमारी,उमाकांत सिंह,विजय ठाकुर,डॉ धीरू तिवारी,वीजेपी जिलाध्यक्ष गंगा पांडेय,मुकेश सहाय, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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