W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

असम भीड़ हत्या मामले में 48 आरोपियों के खिलाफ आरोप-पत्र दायर

राज्य के कार्बी आंगलोंग जिले में इस साल जून में भीड़ द्वारा दो लोगों की सनसनीखेज हत्या के मामले में असम पुलिस ने शनिवार को 48 आरोपियों के खिलाफ 844 पन्नों

09:36 PM Sep 01, 2018 IST | Desk Team

राज्य के कार्बी आंगलोंग जिले में इस साल जून में भीड़ द्वारा दो लोगों की सनसनीखेज हत्या के मामले में असम पुलिस ने शनिवार को 48 आरोपियों के खिलाफ 844 पन्नों

असम भीड़ हत्या मामले में 48 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर
Advertisement

राज्य के कार्बी आंगलोंग जिले में इस साल जून में भीड़ द्वारा दो लोगों की सनसनीखेज हत्या के मामले में असम पुलिस ने शनिवार को 48 आरोपियों के खिलाफ 844 पन्नों का आरोप पत्र दायर किया है।

असम के पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह असम पुलिस के लिये एक बड़ी उपलब्धि है कि हम 90 दिनों के अंदर मामले में आरोप-पत्र दायर कर सके। यह आठ जून को कार्बी आंगलोंग के डोकमोका में दो लोगों की पीट पीट कर हत्या के मामले में आरोपी 48 व्यक्तियों के खिलाफ दायर की गई है।’’

अडोल्फ हिटलर – क्रूर तानाशाह के बारे में ये बातें जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे !

दो दोस्त नीलोत्पल दास (29) और अभिजीत नाथ (30) आठ जून को डोकमोका पुलिस थाना क्षेत्र के पिकनिक स्थल कंगथिलांगसो झरने पर गए थे। उनके वापस लौटने के दौरान पंजूरी काछरी में उग्र ग्रामीणों की भीड़ ने उनकी गाड़ी रोक ली और घंटों बच्चा चोर होने के शक में उनकी पिटाई करती रही। बाद में उनकी मौत हो गई।

दास जहां स्थानीय व्यक्ति थे और मुंबई में साउंड इंजीनियर के तौर पर काम करते थे वहीं नाथ गुवाहाटी में रहकर कारोबार करते थे। आरोपियों के खिलाफ 844 पन्नों वाला आरोप-पत्र दीफू के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया।

सैकिया ने कहा, ‘‘जब भीड़ हत्या के खिलाफ सब जगह एक अभियान चल रहा है। यह पूरे देश के लिये एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। हम सभी के अपराध का विवरण दे सकते हैं और सभी आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं। आरोप पत्र में 71 गवाहों का भी जिक्र है।’’

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ‘‘लोगों की इच्छा के अनुरूप’’ इस बर्बर कृत्य के मुकदमे की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की घोषणा की थी।

पुलिस ने कहा कि इस मामले में मुख्य आरोपी अलफाजोज़ तिमुंग हत्या के मामले में जमानत पर बाहर था और उसने ग्रामीणों को फोन कर दोनों की गाड़ी रोकने और उनके बच्चा चोर होने की अफवाह फैलाने को कहा था।

Advertisement
Advertisement
Author Image

Advertisement
Advertisement
×