For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

UP: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में अलीगढ़ में प्रदर्शन

रामघाट रोड से शुरू हुआ मौन विरोध मार्च सेंटर प्वाइंट चौराहे पर समाप्त हुआ।

01:57 AM Dec 09, 2024 IST | Samiksha Somvanshi

रामघाट रोड से शुरू हुआ मौन विरोध मार्च सेंटर प्वाइंट चौराहे पर समाप्त हुआ।

up  बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में अलीगढ़ में प्रदर्शन

बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस का पुतला फूंका

अलीगढ़ के रामघाट रोड स्थित SMB कॉलेज से शुरू हुआ मौन विरोध मार्च सेंटर प्वाइंट चौराहे पर समाप्त हुआ। मार्च के बाद करणी सेना और हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस का पुतला फूंका। विरोध मार्च के दौरान अखिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि वे बांग्लादेश सरकार से वहां रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग करते हैं।

चौहान ने कहा, “यह विरोध बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों और हत्याओं तथा बांग्लादेश सरकार के खिलाफ है। हम इन हमलों में मारे गए हिंदुओं के नुकसान पर भी शोक व्यक्त कर रहे हैं।”

हिंदुओं की हत्याओं के विरोध में यह मौन मार्च निकाला

उन्होंने कहा, “हम मांग करते हैं कि भारत सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे।” इस बीच, हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पांडे ने कहा, “हमने बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्याओं और मंदिरों को जलाने के विरोध में यह मौन मार्च निकाला है।” उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर कई हमले किए गए हैं।

बांग्लादेश में भी लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है

अल्पसंख्यकों के घरों में आगजनी और लूटपाट तथा देवताओं और मंदिरों में तोड़फोड़ और अपवित्रता के मामले भी सामने आए हैं। 25 अक्टूबर को चटगाँव में हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की राजद्रोह के आरोप में गिरफ़्तारी के बाद भारी विरोध प्रदर्शन हुए। ढाका के बाहरी इलाके में एक और हिंदू मंदिर में कथित तौर पर आग लगा दी गई। ढाका के उत्तर में धोर गाँव में महाभाग्य लक्ष्मीनारायण मंदिर पर शुक्रवार देर रात हमला हुआ।

भारत ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ़्तारीपर चिंता जताई

भारत ने 26 नवंबर को श्री चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ़्तारी और ज़मानत न दिए जाने पर गहरी चिंता जताई थी, जो बांग्लादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोत के प्रवक्ता भी हैं। भारत ने बांग्लादेशी अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया था, जिसमें शांतिपूर्ण सभा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उनका अधिकार भी शामिल है।

[एजेंसी]

Advertisement
Advertisement
Author Image

Samiksha Somvanshi

View all posts

Advertisement
×