उर्फी जावेद को मुस्लिम लड़को से इस वजह से है दिक्कत, बताई ये असल वजह
अब उर्फी ने मुस्लिम समुदाय को लेकर बातें बोलीं हैं। उर्फी भले ही एक मुस्लिम समुदाय से हैं, लेकिन उन्होंने अभी से ये तय कर लिया है कि वो कभी किसी मुस्लिम लड़के से शादी नहीं करेंगी। हालांकि उन्होंने इसके पीछे की वजह का भी खुलासा किया है।
12:48 PM May 05, 2022 IST | Desk Team
उर्फी जावेद अपने यूनीक फैशन सेंस को लेकर हमेशा चर्चा में बनी रहतीं हैं। तो वहीं इसके अलावा वो अपनी बेबाकी के लिए भी जानी जाती हैं। और अब उर्फी ने मुस्लिम समुदाय को लेकर बातें बोलीं हैं। बता दें कि उर्फी भले ही एक मुस्लिम समुदाय से हैं, लेकिन उन्होंने अभी से ये तय कर लिया है कि वो कभी किसी मुस्लिम लड़के से शादी नहीं करेंगी। हालांकि उन्होंने इसके पीछे की वजह का भी खुलासा किया है।
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हाल ही में दिए एक इंटरव्यू के दौरान उर्फी जावेद ने बताया कि जब भी वो बोल्ड लुक में नज़र आतीं हैं तो उनका समाज उन्हें स्वीकार नहीं करता है। क्योंकि इंडस्ट्री में उनका कोई गॉडफादर नहीं है और सबसे बड़ी बात ये है कि वो मुस्लिम हैं। बता दें कि इंटरव्यू के दौरान बातचीत में उर्फी ने कहा, “मैं मुस्लिम लड़की हूं। जब भी लोग सोशल मीडिया पर मुझ पर गंदे कमेंट्स करते हैं तो उसमें ज्यादातर मुस्लिम लोग होते हैं। उन लोगों को लगता है कि मैं इस्लाम की छवि खराब कर रही हूं। वो मुझसे नफरत करते हैं क्योंकि मुस्लिम पुरुष चाहते हैं कि उनकी महिलाओं को एक निश्चित तरीके से व्यवहार करना चाहिए।”
उर्फी ने इसके आगे कहा, “वो समुदाय की सभी महिलाओं को कंट्रोल करना चाहते हैं और यही वजह है कि मैं इस्लाम को नहीं मानती हूं। मुझे ट्रोल करने की सबसे बड़ी वजह यही है कि मैं उस तरह का व्यवहार नहीं करती, जैसा वो लोग धर्म के हिसाब से मुझसे उम्मीद करते हैं।”
जब उर्फी से पूछा गया कि क्या वो कभी अपने समुदाय से बाहर के किसी व्यक्ति से शादी करेंगी? तो इस पर उन्होंने जवाब दिया, “मैं कभी मुस्लिम लड़के से शादी नहीं करूंगी। मैं इस्लाम में विश्वास नहीं करती हूं। मैं किसी भी धर्म को फॉलो नहीं करती हूं, इसलिए मुझे परवाह नहीं है कि मैं किससे प्यार करती हूं। हम जिससे चाहें उससे शादी कर लें।”
वहीं उर्फी जावेद का ये भी कहना है कि धर्म को मानने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। सभी को अपने हिसाब से धर्म चुनने और उसे फॉलो करने का अधिकार है। उर्फी ने कहा, “मेरी मां बहुत धार्मिक महिला हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी हम पर धर्म को नहीं थोपा। मेरे भाई-बहन इस्लाम को फॉलो करते हैं, लेकिन मैं नहीं करती। उन्होंने धर्म को मानने के लिए कभी मुझे फोर्स नहीं किया और ऐसा ही होना चाहिए। आप अपनी पत्नी और बच्चों पर धर्म को थोप नहीं सकते हैं। ये तो दिल से आना चाहिए। अगर ऐसा नहीं है तो न आप खुश रहेंगे और ना ही अल्लाह।”
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