टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

अमेरिका और चीन के बीच ‘कड़े प्रतिस्पर्धी’ देशों वाले संबंध हैं: व्हाइट हाउस

व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच ‘‘कड़े प्रतिस्पर्धी’’ देशों वाले संबंध हैं और बाइडन प्रशासन अपने साझेदारों एवं सहयोगियों के साथ निकट समन्वय स्थापित करके काम करेगा ताकि उसकी स्थिति मजबूत हो।

12:48 PM Feb 23, 2021 IST | Desk Team

व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच ‘‘कड़े प्रतिस्पर्धी’’ देशों वाले संबंध हैं और बाइडन प्रशासन अपने साझेदारों एवं सहयोगियों के साथ निकट समन्वय स्थापित करके काम करेगा ताकि उसकी स्थिति मजबूत हो।

व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच ‘‘कड़े प्रतिस्पर्धी’’ देशों वाले संबंध हैं और बाइडन प्रशासन अपने साझेदारों एवं सहयोगियों के साथ निकट समन्वय स्थापित करके काम करेगा ताकि उसकी स्थिति मजबूत हो।व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी की सोमवार को यह टिप्पणी चीन के विदेश मंत्री वांग यी द्वारा चीन-अमेरिका के संबंधों पर की गई टिप्पणी के बाद आई है। बीजिंग ने अमेरिका से कहा था कि वह उसके आंतरिक मामलों में दखल देना बंद करें और व्यापार प्रतिबंधों को हटाएं।
Advertisement
वांग ने कहा था कि अमेरिका को चीन की सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी और एक दलीय राजनीतिक प्रणाली की ‘छवि खराब’ करना और ताइवान, तिब्बत, हांगकांग और शिनजियांग में ‘अलगाववादी ताकतों’ को समर्थन देना बंद करना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि बाइडन प्रशासन को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के बढ़ते प्रभावों को नियंत्रण में करने के लिए उठाए गए कदमों में भी बदलाव करना चाहिए।साकी ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘ निश्चित तौर पर हमारे करों की समीक्षा करनी होगी। 
फिलहाल इसके बारे में बताने के लिए हमारे पास कोई जानकारी नहीं है। हमारा मानना है कि चीन और अमेरिका के बीच ‘कड़े प्रतिस्पर्धी’’ देशों वाले संबंध हैं।’’उन्होंने कहा कि बाइडन प्रशासन अपने साझेदारों एवं सहयोगियों के साथ निकट समन्वय स्थापित करके काम करेगा ताकि चीन के साथ संबंधों में उसकी स्थिति मजबूत हो।चीन और अमेरिका के बीच पहले कभी इतने खराब संबंध नहीं रहे। दोनों ही देश व्यापार, कोरोना वायरस महामारी की उत्पत्ति, दक्षिणी चीन सागर में चीन के अक्रामक रवैये और मानवाधिकार के मुद्दों को लेकर एक-दूसरे पर तीखी टिप्पणियां कर रहे हैं।
Advertisement
Next Article