उत्तर प्रदेश : कफ सिरप को लेकर कई फैक्ट्री में औषधि विभाग ने की जांच
मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्यों में कफ सिरप से हुई मौतों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्ती दिखाई है। उत्तर प्रदेश सरकार के ड्रग्स विभाग ने सिरप के सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं। गौतमबुद्ध नगर और नोएडा जिले में औषधि विभाग के अधिकारियों ने फैक्ट्रियों से सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए लखनऊ और गोरखपुर भेज दिए हैं। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में अलग-अलग कंपनी और फैक्ट्री में जांच करके सैंपल एकत्रित किए जा रहे हैं। बुधवार को जिला औषधि विभाग के निरीक्षक जय सिंह ने ग्रेटर नोएडा के इंडस्ट्रियल एरिया में बनी हाई ग्लेंस लेबोरेटरीज में अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पैकेजिंग विभाग में जाकर अलग-अलग जगहों से सिरप के सैंपल इकट्ठा किए।
फैक्ट्रियों से सैंपल एकत्रित कर जांच जारी
जिला औषधि विभाग के निरीक्षक ने जांच के बाद करीब 8 सिरप के सैंपल्स लिए और उनको सील किया। इन सैंपल्स को गोरखपुर लेबोरेटरी में जांच के लिए भेजा गया है, जिनकी रिपोर्ट 15 से 30 दिन में आएगी। जिला औषधि विभाग के निरीक्षक जय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो सैंपल भेजे गए हैं, अगर किसी भी फैक्ट्री का सैंपल फेल होता है तो आजीवन कारावास का प्रावधान है और आर्थिक दंड भी लगाया जाता है।
सिरप लेते समय इन बातों का रखे ध्यान
शहर में अभियान चलाकर फैक्ट्रियों की जांच की जा रही है। इसके पहले भी गौतमबुद्ध नगर में अलग-अलग मेडिकल स्टोर और अस्पताल से 10 सिरप के सैंपल को लखनऊ भेजा गया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई सिरप खरीद रहा है तो दुकान से बिल लेना न भूले क्योंकि बिल में सिरप की सभी जानकारी लिखी होती है। इसके साथ ही दवा की एक्सपायरी जरूर देखकर लें। जो मेडिकल स्टोर बिल देने से मना करते हैं, वे जांच के घेरे में आते हैं और इसकी विभाग में शिकायत की जा सकती है। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही फैक्ट्रियों पर कार्रवाई शुरू की जाएगी।