मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना
उत्तर प्रदेश के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी विश्वसनीयता कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तुलना में कम होती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक एक्स पर अखिलेश यादव की पोस्ट का जवाब दे रहे थे, जिसमें मिर्ज़ापुर में एक दलित महिला के आवास पर दोपहर का भोजन करने को लेकर यूपी के मंत्री पर निशाना साधा गया था।
- ऐसी छोटी-मोटी हरकतों से बाज आएं
- सपा ने दलितों की कई बस्तियां जला दीं
- आतिथ्य का मजाक उड़ाना अक्षम्य
कमरों में बैठकर बेतुके ट्वीट
यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में भाजपा नेता पर कटाक्ष किया और कहा कि दोपहर का भोजन पिछड़े समुदाय से वोट हासिल करने के लिए था। इसका जवाब देते हुए नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की विश्वसनीयता और गंभीरता कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि यादव की विशेषज्ञता एसी कमरों में बैठकर बेतुके ट्वीट करने में है।
गैर-गंभीर और तथ्यहीन ट्वीट करने
अखिलेश जी, मेरी आपको सलाह है कि आप ऐसी छोटी-मोटी हरकतों से बाज आएं। किसी गरीब और दलित के आतिथ्य का मजाक उड़ाना अक्षम्य है! कहा जाता है कि सृष्टि को दर्शन के रूप में देखा जाता है। आपकी विश्वसनीयता और गंभीरता का थर्मामीटर दिन-ब-दिन पप्पू/राहुल से भी नीचे गिरता जा रहा है! जब मन में शून्यता हो और दृष्टि विकृत हो तो चूल्हे पर सिकती बाजरे की रोटी और बड़े प्रेम से बनाया गया सरसों का साग दिखाई नहीं देता। जिस प्रेम से गंगाजली देवी जी ने विधायकों, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भोजन कराया उसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते! नंदी ने कहा, आपकी विशेषज्ञता एसी में बैठकर तुच्छ, अनर्गल, गैर-गंभीर और तथ्यहीन ट्वीट करने में है!
सबका विश्वास और सबका प्रयास
"कौन भूल सकता है कि 2012 में आपने शपथ भी नहीं ली थी, सिर्फ रुझान आ गए और सपा ने दलितों की कई बस्तियां जला दीं! जब आपने अपनी सरकार में गरीबों और दलितों की कभी परवाह नहीं की तो अब घड़ियाली आंसू मत बहाओ! सब जानते हैं सपा कार्यकर्ता सिर्फ जमीन कब्जा करना, गुंडागर्दी और रंगदारी वसूलना जानते हैं! उत्तर प्रदेश के कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर मंत्रियों का जनता के बीच जाना, जन चौपाल आदि का मुख्य उद्देश्य वंचित और अछूते लोगों को शामिल करना है विकास की धारा में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएँ। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास सिर्फ एक नारा नहीं है, यह हमारा उद्देश्य है!