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Uttar Pradesh: जबरन धर्म परिवर्तन के प्रयास में गाजियाबाद में चार गिरफ्तार

12:22 PM Sep 28, 2024 IST
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Uttar Pradesh: गाजियाबाद पुलिस ने मोदीनगर में चार लोगों को लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस विदेशी फंडिंग से संभावित संबंधों की जांच कर रही है।

जबरन धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरफ्तार

गाजियाबाद पुलिस ने लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। 27 सितंबर को गिरफ्तार किए गए सभी चार आरोपियों की पहचान आशु (19), पादरी राशि बलराम सिंह (52), पोलस मसीह (43) और चट्टू कुमार (34) के रूप में हुई है।

धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुरेंद्र नाथ तिवारी के अनुसार, गाजियाबाद के मोदीनगर थाने की निवासी संगीता नाम की महिला ने 22 सितंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने अपने देवर के बेटे आशु (19), उसके साथियों और उसके ससुराल वालों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उसे और उसके पति को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया। पुलिस ने आगे बताया कि जब उसके पति ने विरोध किया, तो आशु और उसके साथियों ने उसे पीटा और जान से मारने की धमकी दी।

मामला दर्ज कर जांच में जुटि पुलिस

डीसीपी तिवारी ने कहा, "संगीता ने हमें बताया था कि उसके देवर के बेटे आशु और उसके ससुराल वालों ने उनका धर्म परिवर्तन करवाने के लिए उन्हें प्रताड़ित किया। सूचना मिलने के बाद हमने मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं।" गिरफ्तारी और आगे की पूछताछ में आशु ने खुलासा किया कि चारों आरोपी एक संगठन से जुड़े हुए थे, उन्हें हर महीने 3500 रुपये मिलते थे और अब तक उन्होंने 100 से 120 लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया है। गिरफ्तारी के बाद आशु ने कबूल किया कि वे दिल्ली स्थित एक संगठन के लिए काम करते थे और उसी संगठन से उन्हें पैसे मिलते थे। हमने आरोपियों को कल गिरफ्तार किया था। उन्होंने यह भी कबूल किया कि उन्होंने लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए फंसाया और अब तक उन्होंने 120 लोगों के साथ ऐसा किया है। उन्हें संगठन से हर महीने 3500 रुपये मिलते थे।" डीसीपी तिवारी ने कहा, "यह संभव है कि गिरोह के कई अन्य राज्यों में भी कनेक्शन हों। फिलहाल, हमने चारों आरोपियों के मोबाइल डेटा को रिट्रीव कर लिया है, ताकि पूरे गठजोड़ का खुलासा हो सके। आगे की जांच की जा रही है।"

(Input From ANI)

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