आज से शुरू हुए सावन, श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाओं के इंतेजाम
Uttar Pradesh: सोमवार से शुरू हो रहे सावन माह के मद्देनजर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सभी सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में यहां कमिश्नर, वाराणसी मंडल कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई।
Highlights
- सोमवार से शुरू हो रहे सावन
- श्रद्धालुओं को दी जाएगी सभी सुविधाओं
- वाराणसी मंडल कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में बैठक
आज से शुरू हुए सावन
आज से सावन का महीना शुरू हो चुका है। कई लोग कावड़ लेकर आते हैं। वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को लिए सुविधाओं के इंतेजाम किए गए हैं। रविवार को हुई बैठक में अपर पुलिस आयुक्त एसएस चिन्नप्पा, डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी काशी विश्वनाथ मंदिर विश्व भूषण, एडीएम प्रोटोकॉल प्रकाश चंद्र, एडीसीपी ममता, सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी, संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त व पीएसी के अन्य अधिकारी तथा ट्रस्ट के सभी संबंधित अधिकारी और ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट मौजूद रहे।
बैठक में सुविधाओं पर हुआ मंथन
बैठक में कमिश्नर ने सभी विभागों को आपस में समन्वय स्थापित कर मंदिर में श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सभी बुनियादी सुविधाओं जैसे मंदिर में पेयजल की उपलब्धता, चिकित्सा प्रबंधन, भीड़ प्रबंधन, संपूर्ण मंदिर की साफ-सफाई आदि का व्यापक स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सुरक्षा को लेकर दिए दिशा निर्देश
मंदिर में सुरक्षा के मद्देनजर सभी विद्युत उपकरणों एवं सीसीटीवी के सुचारू संचालन से संबंधित व्यवस्थाएं पूर्ण करने के भी निर्देश दिए गए। मंदिर के बाहर गलियों में लटक रहे विद्युत तारों को बांधने के निर्देश दिए गए। इस वर्ष सावन माह में सुरक्षा एवं सुविधा के लिए कई नवाचार पहली बार किए जा रहे हैं।
ये सुविधाएं भी मिलेंगी
काशीवासियों के लिए प्रातः 4 से 5 बजे तक दर्शन एवं गेट 4बी (काशी द्वार) से प्रातः 4 से 5 बजे तक झांकी दर्शन की सुविधा सावन सोमवार एवं पर्व विशेष को छोड़कर प्रतिदिन उपलब्ध रहेगी। यह द्वार सावन सोमवार एवं अन्य पर्व विशेष को छोड़कर सामान्य दिनों में नियमित दर्शनार्थियों सहित सभी काशीवासियों के लिए उपलब्ध रहेगा। इस द्वार से प्रवेश के लिए काशी के पंजीकृत पते वाला आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, ईपीआईसी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि पहचान पत्र के आधार पर प्रवेश मान्य होगा, अत: भुगतान आधारित प्रवेश पास की आवश्यकता नहीं होगी। इस वर्ष पहली बार दर्शन के लिए गेट संख्या 4 से पहले मैदागिन की ओर प्रवेश के लिए गेट 4ए (सिलको गली होते हुए) बनाया गया है।
(Input From ANI)
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