W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

उत्तराखंड : 2 सगे भाईयों पर जहरीली चींटियों ने किया हमला, 3 साल के भाई की मौत

पांच वर्षीय प्रियांशु और तीन साल का सागर आंगन में खेल रहे थे। अचानक दोनों भाइयों को चींटियों ने काट दिया। दोनों बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर परिजन दोनों बच्चों को जिला अस्पताल लेकर आए।

04:19 PM Nov 12, 2022 IST | Desk Team

पांच वर्षीय प्रियांशु और तीन साल का सागर आंगन में खेल रहे थे। अचानक दोनों भाइयों को चींटियों ने काट दिया। दोनों बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर परिजन दोनों बच्चों को जिला अस्पताल लेकर आए।

उत्तराखंड   2 सगे भाईयों पर जहरीली चींटियों ने किया हमला  3 साल के भाई की मौत
उत्तराखंड के बागेश्वर से बेहद दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। कपकोट तहसील के पौसारी गांव में  में घर के आंगन में खेल रहे दो भाइयों पर लाल रंग की बुलेट चींटियों (Red Fire Ant) ने हमला कर दिया। घटना में 3 साल के बच्चे की मौत हो गई, जबकि 5 साल के बच्चे को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
Advertisement
जानकारी के मुताबिक, पांच वर्षीय प्रियांशु और तीन साल का सागर आंगन में खेल रहे थे। अचानक दोनों भाइयों को चींटियों ने काट दिया। दोनों बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर परिजन दोनों बच्चों को जिला अस्पताल लेकर आए। जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार तीन वर्षीय सागर की अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई थी।
पौसारी गांव में गुरुवार दोपहर करीब दो बजे पौसारी गांव में भूपेश राम का पांच वर्षीय बेटा प्रियांशु और तीन साल का बेटा सागर आंगन में खेल रहे थे। अचानक दोनों भाइयों को चींटियों ने काट दिया। दोनों बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर परिजन दोनों बच्चों को जिला अस्पताल लेकर आए।
Advertisement
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार तीन वर्षीय सागर की अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई थी। प्रियांशु का जिला अस्पताल में इलाज किया गया। उसकी हालत में सुधार होने पर शुक्रवार को परिजन घर ले गए। जिला अस्पताल में दोनों बच्चों का इलाज करने वाले डॉ. राहुल मिश्रा ने बताया कि बृहस्पतिवार रात 8:57 बजे परिजन बच्चों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बच्चों का परीक्षण किया।
सागर की पहले ही मौत हो चुकी थी। प्रियांशु का इलाज किया गया। पिता भूपेश राम ने बताया कि लाल रंग की बड़ी चींटियों ने बच्चों को काटा था। डॉ. मिश्रा का कहना है कि बच्चों को अस्पताल लाने में परिजनों ने देरी कर दी। चींटियों के हमले में मासूम की जान जाने से परिवारजन सदमे में हैं।
खतरनाक होती हैं बुलेट चींटी:- रेड फायर लाल रंग की बुलेट चींटी या रेड फायर चींटी काफी जहरीली मानी जाती है। इन चींटियों के काटने पर तत्काल इलाज न मिला तो जान जा सकती है। जिले में चींटियों के काटने से मौत का पहला मामला बागेश्वर जिले में चींटियों के काटने से मौत का पहला मामला सामने आया है। एसीएमओ डॉ. हरीश पोखरिया का कहना है कि अब तक जिले में चींटियों के काटने से मौत का मामला संज्ञान में नहीं है।
Advertisement W3Schools
Author Image

Advertisement
×