For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

हो सकता है ‘प्रायोजकों’ ने जामिया के छात्रों को प्रदर्शन के लिए भड़काया हो : वी के सिंह

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री सिंह ने कहा, इस संशोधित कानून से क्या किसी भारतीय नागरिक को नुकसान होगा?

10:47 AM Dec 17, 2019 IST | Desk Team

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री सिंह ने कहा, इस संशोधित कानून से क्या किसी भारतीय नागरिक को नुकसान होगा?

हो सकता है ‘प्रायोजकों’ ने जामिया के छात्रों को प्रदर्शन के लिए भड़काया हो   वी के सिंह
केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने मंगलवार को कहा कि हो सकता है “प्रायोजकों” द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के लिये उकसाया गया हो । उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भारतीय नागरिक इस कानून से प्रभावित नहीं होगा।
Advertisement
विश्वविद्यालय रविवार को तब जंग का मैदान बन गया था जब पुलिस परिसर में दाखिल हुई और उसने बल प्रयोग किया। इससे पहले छात्रों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन किया था। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री सिंह ने कहा, “इस संशोधित कानून से क्या किसी भारतीय नागरिक को नुकसान होगा? मैं जामिया मिल्लिया के हर छात्र से पूछना चाहूंगा कि इस (कानून) से कैसे आपकी नागरिकता खतरे में आएगी? क्या आप शरणार्थी हैं जो धार्मिक प्रताड़ना के बाद भारत आए हैं?”

जामिया में पुलिस कार्रवाई लोकतंत्र के लिए अत्यंत खतरनाक : स्वाति मालीवाल

उन्होंने कहा, “मुझे पक्का विश्वास है कि इसमें जो नजर आ रहा है उससे कहीं ज्यादा कुछ है। और इसके पीछे, प्रायोजक होंगे। वहां कोई होगा जो इसे भड़का रहा है। हमारे देश में, गलतफहमी तेजी से फैलती है। पहले हम अखबार देखते थे और कहते थे कि अगर यह अखबार में छपा है तो सच होगा। अब हम वाट्सऐप देखते हैं और कहते हैं कि यह सच होगा।”
पूर्व सेना प्रमुख ने कहा, “हमें तार्किक होने की जरूरत है। पहले हम यह समझें कि वे किसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। यह आपको कैसे प्रभावित कर रहा है? यह मुझे प्रभावित नहीं कर रहा। किसी भी भारतीय नागरिक को प्रभावित नहीं कर रहा।” सिंह यहां फिक्की और इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘कुशल सीमा प्रबंधन 2019’ सम्मेलन से इतर बात कर रहे थे।
Advertisement
Advertisement
Author Image

Advertisement
×